28- 30 जुलाई, 2030, औरंगाबाद
भाकृअनुप-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान, जोन- 8, पुणे, महाराष्ट्र ने 28 से 30 जुलाई, 2023 तक केवीके औरंगाबाद- I में अपनी "छठी वार्षिक क्षेत्रीय कार्यशाला" का आयोजन किया।
मुख्य अतिथि, डॉ. यू.एस. गौतम, उप-महानिदेशक (कृषि विस्तार), भाकृअनुप ने कार्यशाला का उद्घाटन करते हुए एकीकृत कृषि प्रणाली पर ध्यान केन्द्रित करने तथा एकल खिड़की प्रणाली के रूप में कार्य करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि एनआईसीआरए, एफएफपी, आर्या, टीएसपी एवं एससीएसपी परियोजनाओं पर सफलता की कहानियां प्रकाशन के लिए विकसित की जानी चाहिए।
डॉ. आर. रॉय बर्मन, सहायक महानिदेशक (कृषि विस्तार) ने उत्पादन गतिविधियों से परे विस्तार करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
डॉ. एस.आर. गडख, कुलपति, पीडीकेवी, अकोला ने टिकाऊ कृषि के लिए एकीकृत कृषि प्रणाली दृष्टिकोण पर प्रकाश डाला।
डॉ. जेड.पी. पटेल, कुलपति, एनएयू, नवसारी ने कहा कि किसानों और ग्रामीण महिलाओं को केवीके से प्रेरित होना चाहिए क्योंकि फसल कटाई के बाद के उत्पादों के निर्यात से बड़ी आय उत्पन्न की जा सकती है।
डॉ. इंद्रा मणि, वीसी, वीएनएमकेवी, परभणी ने महिला किसानों को कृषि-संबंधित गतिविधियों के लिए आकर्षित करने को एक मंच प्रदान करने का सुझाव दिया।
डॉ. एस.के. रॉय, निदेशक, भाकृअनुप-अटारी, पुणे, महाराष्ट्र ने पिछले वर्ष के दौरान जोन- VIII की प्रमुख उपलब्धियों को रेखांकित किया।
कार्यशाला में 82 कृषि विज्ञान केन्द्रों, एसएयू तथा भाकृअनुप संस्थानों के विशेषज्ञों के लगभग 125 प्रतिभागियों ने शिरकत की।
(स्रोत: भाकृअनुप-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान, पुणे महाराष्ट्र)
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