भाकृअनुप-भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आईएआरआई), असम में राष्ट्रीय मत्स्य किसान दिवस मनाया गया

भाकृअनुप-भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आईएआरआई), असम में राष्ट्रीय मत्स्य किसान दिवस मनाया गया

10 जुलाई 2023,

आज भाकृअनुप-आईएआरआई परिसर में एक दिवसीय इंटरफेस मीट तथा इनपुट वितरण कार्यक्रम आयोजित करके राष्ट्रीय मत्स्य किसान दिवस मनाया गया। कार्यक्रम में क्षेत्र के 25 मत्स्य पालकों ने भाग लिया।

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डॉ. लोहित कु. बैश्य, एचओडी, एनआरएम ने संस्थान और आजीविका विकास और आर्थिक रिटर्न के लिए मत्स्य पालन के महत्व पर एक संक्षिप्त टिप्पणी के साथ सभा का स्वागत किया।

डॉ. दीपज्योति बरुआ, प्रधान वैज्ञानिक (जलकृषि) ने मत्स्य किसान दिवस के राष्ट्रीय महत्व के बारे में बताया और किसानों से वैज्ञानिक कृषि पद्धतियों को अपनाने और उच्च उत्पादकता के लिए अपने तालाबों में गुणवत्तापूर्ण मछली के बीज शामिल करने का आग्रह किया।

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डॉ. ए.के. श्रीवास्तव, प्रधान वैज्ञानिक (मृदा विज्ञान) ने तालाब के बांधों पर मछली और आसपास की बागवानी फसलों को उगाने में स्वस्थ मिट्टी के गुणों के महत्व पर बात की।

डॉ. अलेमवती पोंगेनर, वैज्ञानिक (फल विज्ञान) ने तालाब के बांधों पर असम नींबू उगाने में सर्वोत्तम प्रबंधन प्रथाओं के बारे में बताया, जो जैव-बाड़ लगाने के साथ-साथ आय का एक अतिरिक्त स्रोत भी है।

मत्स्य किसानों को जयंती रोहू, अमूर कॉमन कार्प और अन्य आईएमसी जैसे 25000 गुणवत्ता वाले मछली के बीज वितरित किए गए। किसानों को 500 की संख्या में असम नींबू का वितरण भी किया गया। 3 प्रगतिशील मछली किसानों को पारंपरिक गमोसा के साथ एक प्रशंसा प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया। किसानों द्वारा उठाए गए प्रश्नों का समाधान आईएआरआई असम के वैज्ञानिकों की टीम द्वारा किया गया। कार्यक्रम के फीडबैक के रूप में किसानों से सकारात्मक टिप्पणियाँ प्राप्त हुई।

डॉ. माधाभाई बी. चौधरी वैज्ञानिक (डेयरी प्रौद्योगिकी) द्वारा धन्यवाद ज्ञापन किया गया।

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