5 सितंबर 2023, केरल
प्रायद्वीपीय जलीय आनुवंशिक संसाधन केन्द्र, भाकृअनुप-राष्ट्रीय मछली आनुवंशिक संसाधन ब्यूरो (एनबीएफजीआर), केरल, वन एवं वन्यजीव विभाग, डब्ल्यूडब्ल्यूएफ-भारत और केरल मत्स्य पालन विभाग के सहयोग से, दुर्लभ कैटफ़िश की खेती और सुरक्षा के लिए चलाकुडी नदी के पुराने जल में होराबाग्रस नाइग्रीकोलारिस तथा होराबाग्रस ब्रैकिसोमा प्रजातियों को एक मिशन के तहत संरक्षित करने के लिए एक अभियान चलाया गया।
डॉ. यू.के. सरकार, निदेशक, भाकृअनुप-एनबीएफजीआर के संरक्षण में एच. निग्रीकोलारिस के 1500 अतिरिक्त फिंगरलिंग्स तथा ब्रेकीसोमा के 15000 फिंगरलिंग्स के केप्टिव ब्रीड का जलावतरण कर रेंचिंग किया गया जो भारत के विभिन्न प्रकार के जलीय जैवविविधता के लिए मील का पत्थर साबित होगा। डॉ. सरकार ने वैज्ञानिक अनुसंधान और जमीनी संरक्षण प्रयासों के बीच अंतर को पाटने वाले सहयोग के महत्व पर भी जोर दिया।
रेंचिंग का उद्घाटन, श्री टीजेएसके जोसेफ, विधायक, चलाक्कुडी, भाकृअनुप-एनबीएफजीआर, मत्स्य पालन विभाग, केरल के निदेशक, डॉ. यू.के. सरकार की उपस्थिति में किया गया।
(स्रोत: भाकृअनुप-नेशनल ब्यूरो ऑफ फिश जेनेटिक रिसोर्सेज, लखनऊ)
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