11 मई, 2023, लखनऊ
भाकृअनुप-राष्ट्रीय मत्स्य आनुवंशिक संसाधन ब्यूरो, लखनऊ द्वारा आज विज्ञान और प्रौद्योगिकी परिषद, उत्तर प्रदेश के सहयोग से "स्कूल टू स्टार्टअप-इग्नाइटिंग यंग माइंड्स टू इनोवेट" थीम के साथ राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस मनाया गया।
भारत में राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस के ऐतिहासिक निहितार्थ हैं और विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उपलब्धियों और विकास को मनाने के लिए हर साल 11 मई को मनाया जाता है। यह दिन भारत सरकार द्वारा 1998 में पोखरण में किए गए सफल परमाणु परीक्षणों का प्रतीक है। राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस का अवलोकन, दिन-प्रतिदिन विकासशील प्रौद्योगिकियों के बारे में जागरूकता पैदा करने और हमारे वैज्ञानिकों, इंजीनियरों तथा शोधकर्ताओं द्वारा बनाई गई नई तकनीकों एवं नवाचारों को अपनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
इस अवसर पर लखनऊ के विभिन्न सरकारी विद्यालयों के कक्षा 9वीं से 12वीं तक के 115 विद्यार्थियों ने विद्यार्थियों के दैनिक जीवन में वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देने तथा उनके मन में उठने वाले जिज्ञासु प्रश्नों व प्रयोगों को हल करने के उद्देश्य से गंगा एक्वेरियम व फार्म का भ्रमण किया।
डॉ. यू.के. सरकार, निदेशक, भाकृअनुप-एनबीएफजीआर ने छात्रों के साथ बातचीत करते हुए दैनिक जीवन में प्रौद्योगिकी की भूमिका को उजागर किया तथा बताया कि कैसे प्रौद्योगिकी ने मत्स्य पालन एवं जलीय कृषि के उत्पादन में वृद्धि की है। उन्होंने छात्रों के लिए मत्स्य विज्ञान में करियर की संभावनाओं पर भी प्रकाश डाला तथा युवा दिमाग में वैज्ञानिक सोच विकसित करने के लिए प्रेरित किया।
इस अवसर पर, स्टार्टअप बनाने के लिए युवा दिमाग को नया करने एवं सोचने के लिए "क्रिएटिविटी एंड इनोवेशन" पर एक क्यूआर कोड अंकित एक वर्कबुक भी जारी की गई।
(स्रोत: भाकृअनुप-राष्ट्रीय मत्स्य आनुवंशिक संसाधन ब्यूरो, लखनऊ)
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