भाकृअनुप-एनबीएफजीआर तथा कल्याणी विश्वविद्यालय ने मछली आनुवंशिक संरक्षण में सहयोगात्मक अनुसंधान के लिए समझौता ज्ञापन पर किया हस्ताक्षर

भाकृअनुप-एनबीएफजीआर तथा कल्याणी विश्वविद्यालय ने मछली आनुवंशिक संरक्षण में सहयोगात्मक अनुसंधान के लिए समझौता ज्ञापन पर किया हस्ताक्षर

19 मई, 2025, कल्याणी

भाकृअनुप-राष्ट्रीय मत्स्य आनुवंशिक संसाधन ब्यूरो (एनबीएफजीआर), लखनऊ तथा कल्याणी विश्वविद्यालय ने मछली आनुवंशिक संसाधनों एवं संरक्षण में सहयोगात्मक अनुसंधान और शैक्षिक आदान-प्रदान को आगे बढ़ाने के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं।

साझेदारी की एक प्रमुख विशेषता खतरे में पड़ी देशी प्रजातियों की रक्षा और जैव विविधता को बढ़ावा देने के लिए 'अभय पुकुर' मछली अभयारण्यों की संयुक्त स्थापना और प्रबंधन है। समझौता ज्ञापन भाकृअनुप-एनबीएफजीआर के वैज्ञानिकों को पीएचडी पर्यवेक्षक के रूप में काम करने में सक्षम बनाता है, साथ ही छात्रों को अकादमिक कठोरता सुनिश्चित करने के लिए एनबीएफजीआर में अनिवार्य पाठ्यक्रम पूरा करना होता है।

ICAR-NBFGR and University of Kalyani Sign MoU for Collaborative Research in Fish Genetic Conservation

यह सहयोग जैव प्रौद्योगिकी, जैव सूचना विज्ञान, जलीय पारिस्थितिकी तंत्र प्रबंधन और क्रायोप्रिजर्वेशन में संयुक्त अनुसंधान तक फैला हुआ है। यह संकाय विकास, कार्यशालाओं और अकादमिक आदान-प्रदान कार्यक्रमों के माध्यम से अंतःविषय सीखने का भी समर्थन करता है।

इस साझेदारी का उद्देश्य अनुसंधान के बुनियादी ढांचे को मजबूत करना और टिकाऊ मत्स्य पालन और जलीय आनुवंशिक संरक्षण में नवाचारों को बढ़ावा देना है।

(स्रोत: भाकृअनुप-राष्ट्रीय मत्स्य आनुवंशिक संसाधन ब्यूरो, लखनऊ)

×