2 नवंबर, 2023, कोलकाता
भाकृअनुप-राष्ट्रीय मृदा सर्वेक्षण और भूमि उपयोग योजना ब्यूरो (एनबीएसएस तथा एलयूपी), क्षेत्रीय केन्द्र, कोलकाता ने 2 नवंबर, 2023 को पश्चिम बंगाल के झाड़ग्राम जिले के एक आदिवासी गांव अमाईनगर (जे/ एल नंबर 736) में फसल विविधीकरण पर एक पायलट परियोजना शुरू की। इस अवसर पर 2- 3 नवंबर, 2023 को गांव में दो दिवसीय किसान क्षमता निर्माण कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें 45 किसानों एवं कृषक महिलाओं ने भाग लिया।
भाकृअनुप-एनबीएसएस तथा एलयूपी आरसी, कोलकाता ने किसानों की आय तथा उनकी आजीविका को बढ़ाने के उद्देश्य से चावल-परती भूमि में फसलों की शुरूआत के माध्यम से फसल विविधीकरण परियोजना के कार्यान्वयन में पूर्वी भारत का नोडल केन्द्र है।
डॉ. एफ.एच. रहमान, प्रमुख, एनबीएसएस एवं एलयूपी आरसी, कोलकाता ने परियोजना के उद्देश्यों और महत्व के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि धान-परती भूमि को वैकल्पिक और लाभदायक फसलों/ फसल प्रणालियों के तहत लाया जाएगा, जबकि दलहन तथा तिलहन फसलों को प्राथमिकता दी जाएगी।
पूरा कार्यक्रम भू-स्थानिक प्रौद्योगिकी का उपयोग करके चलाया जाएगा और इस पायलट परियोजना के लिए प्रारंभिक समर्थन के रूप में किसानों को महत्वपूर्ण इनपुट के रूप में प्रदान किया जाएगा। अनुसंधान संस्थान के तकनीकी सहयोग से संबंधित विभागों द्वारा सफल कार्यक्रमों को अन्य क्षेत्रों में भी आगे बढ़ाया जाएगा।
(स्रोत: भाकृअनुप-राष्ट्रीय मृदा सर्वेक्षण और भूमि उपयोग योजना ब्यूरो, आरसी कोलकाता)
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