16 अक्टूबर, 2023, कोलकाता
कृषि भूमि उपयोग योजना के लिए बड़े पैमाने पर त्रिपुरा राज्य के दो जिलों की भूमि संसाधन सूची परियोजना के लिए भाकृअनुप-राष्ट्रीय मृदा सर्वेक्षण और भूमि उपयोग योजना ब्यूरो और कृषि विभाग, त्रिपुरा सरकार के बीच आज एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। यह प्रावधान, भू-स्थानिक तकनीकी, भूमि की क्षमता, उर्वरता क्षमता एवं फसलों के लिए मिट्टी की साइट की उपयुक्तता जैसे मिट्टी-आधारित व्याख्यात्मक मानचित्रों की तैयारी तथा इसके द्वारा कवर किए जाने वाले जिलों अर्थात् गोमती और दक्षिण त्रिपुरा (3,05,700 हेक्टेयर) के लिए होगी। परियोजना के लक्ष्य और उद्देश्य एकीकृत वाटरशेड विकास और योजना की दिशा में निर्णय समर्थन प्रणाली (डीएसएस) के लिए इनपुट के रूप में मृदा संसाधन जानकारी, जल विज्ञान, सामाजिक-आर्थिक डेटाबेस-आधारित वैकल्पिक भूमि विकल्पों का उपयोग करके कृषक समुदाय का समग्र विकास करना है।
डॉ. एन.जी. पाटिल, निदेशक, भाकृअनुप-एनबीएसएस&एलयूपी; डॉ. एफ.एच. रहमान, प्रमुख, आरसी कोलकाता, भाकृअनुप-एनबीएसएस एंड एलयूपी, डॉ. सरदिंदु दास, निदेशक, कृषि विभाग, त्रिपुरा सरकार, प्रोफेसर टी.के. मैती, प्राचार्य, कृषि महाविद्यालय, त्रिपुरा, श्रीमती बनश्री रॉय चौधरी, संयुक्त निदेशक, कृषि विभाग, त्रिपुरा सरकार तथा कृषि विभाग, त्रिपुरा सरकार के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
(स्रोत: भाकृअनुप-राष्ट्रीय मृदा सर्वेक्षण और भूमि उपयोग योजना ब्यूरो, आरसी कोलकाता)
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