भाकृअनुप-एनएमआरआई ने पोल्ट्री क्षेत्र की संवहनीयता पर भारत-अमेरिका कार्यशाला का किया आयोजन

भाकृअनुप-एनएमआरआई ने पोल्ट्री क्षेत्र की संवहनीयता पर भारत-अमेरिका कार्यशाला का किया आयोजन

5 सितंबर 2023, हैदराबाद

भाकृअनुप-राष्ट्रीय मांस अनुसंधान संस्थान, हैदराबाद ने "भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका में पोल्ट्री क्षेत्र की स्थिरता को बढ़ाने के लिए सिस्टम-आधारित एकीकृत दृष्टिकोण" पर एक भारत-अमेरिका कार्यशाला का आयोजन किया।

ICAR-NMRI organised Indo-US workshop on sustainability of poultry sector  ICAR-NMRI organised Indo-US workshop on sustainability of poultry sector

डॉ. जॉयकृष्ण जेना, उप-महानिदेशक (मत्स्य एवं पशु विज्ञान), डॉ. अशोक कुमार, सहायक महानिदेशक (पशु स्वास्थ्य), डॉ. आर.एन. चटर्जी, निदेशक, भाकृअनुप-पोल्ट्री अनुसंधान निदेशालय, और डॉ. एस.बी. बारबुद्धे, निदेशक, भाकृअनुप-एनएमआरआई यहां उपस्थित होकर इस कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।

प्रोजेक्ट लीडर, डॉ. कुमार वेंकटनारायणन, एसोसिएट डीन, रिसर्च, कॉलेज ऑफ एग्रीकल्चर, और यूनिवर्सिटी ऑफ कनेक्टिकट, यूएसए ने अमेरिकी पोल्ट्री क्षेत्र द्वारा वैश्विक प्रणेता बनने पर प्रकाश डाला।

ICAR-NMRI organised Indo-US workshop on sustainability of poultry sector

डॉ. नवीना बी. महेश्वरप्पा, पीआई-इंडियन, भाकृअनुप-एनएमआरआई ने भारत में हरित भविष्य के लिए एक स्थायी और आर्थिक रूप से व्यवहार्य पोल्ट्री उद्योग बनाने पर जोर दिया।

डॉ. एस.बी. बारबुद्धे, निदेशक, भाकृअनु-एनएमआरआई ने एक स्वस्थ दृष्टिकोण के माध्यम से पोल्ट्री क्षेत्र की स्थिरता और खाद्य सुरक्षा पर प्रकाश डाला।

डॉ. अनुप कोल्लानूर जॉनी, परियोजना सह-पीडी, मिनेसोटा विश्वविद्यालय, और डॉ. अभिनव उपाध्याय, परियोजना सह-पीडी, कनेक्टिकट विश्वविद्यालय, यूएसए ने क्रमशः संयुक्त राज्य अमेरिका में प्राकृतिक पोल्ट्री उत्पादन और एंटीबायोटिक-मुक्त पोल्ट्री उत्पादन के लिए बाजार की संभावनाओं पर अद्यतन जानकारी दी।

मिनेसोटा विश्वविद्यालय के श्री पीटर बीना ने भारतीय पोल्ट्री क्षेत्र की स्थिरता को बढ़ाने के लिए साक्ष्य-आधारित नीतियों एवं रणनीतियों का प्रस्ताव करने के लिए उद्योग से जुड़े हितधारकों के साथ एक बैठक भी की।

कार्यशाला में वैज्ञानिकों, एसएयू के संकाय सदस्यों, छात्रों, पोल्ट्री उद्योग कर्मियों, उद्यमियों, ई-कॉमर्स व्यापार उद्यमों सहित लगभग 75 प्रतिभागियों ने शिरकत की।

(स्रोत: भाकृअनुप-राष्ट्रीय मांस अनुसंधान संस्थान, हैदराबाद)

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