6 फरवरी 2024, जोधपुर
भाकृअनुप-केन्द्रीय शुष्क क्षेत्र अनुसंधान संस्थान ने आज कृषि-व्यवसाय ऊष्मायन केन्द्र के तहत जोधपुर में उद्यमियों, उद्योगों और वैज्ञानिकों के बीच एक बातचीत सत्र का आयोजन किया।
मुख्य अतिथि, डॉ. नीरू भूषण, सहायक महानिदेशक (आईपी एवं टीएम) यूनिट ने संस्थानों द्वारा सृजित ज्ञान को समृद्धि में बदलने पर जोर दिया। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए कृषि और संबद्ध क्षेत्रों में अधिक छोटे स्टार्टअप की आवश्यकता पर जोर दिया।
भाकृअनुप-काजरी के निदेशक, डॉ. ओ.पी. यादव ने वर्तमान परिदृश्य में कृषि अनुसंधान से उद्योग-उन्मुख आउटपुट के महत्व को बताया।
जोधपुर इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के अध्यक्ष, श्री. एन.के. जैन ने कहा कि वैज्ञानिक आउटपुट और अर्थशास्त्र का बेहतर एकीकरण करने के लिए अधिक से अधिक भाकृअनुप प्रौद्योगिकियों को उद्योग में स्थानांतरित किया जाना चाहिए।
उमालक्ष्मी ऑर्गेनिक्स प्राइवेट लिमिटेड, जोधपुर के सीईओ, श्री राकेश दवे ने कहा कि कृषि-औद्योगिक क्षेत्र का विकास देश के विकास में कृषि सकल घरेलू उत्पाद की भूमिका बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए भाकृअनुप प्रौद्योगिकियां गेम चेंजर हो सकती हैं।
बातचीत ने हितधारकों को हाल के नवाचारों को प्रदर्शित करने तथा कृषि एवं संबद्ध क्षेत्रों में व्यावसायिक उद्यमों को विकसित करने के लिए अभिसरण क्षेत्र को मजबूत करने के लिए एक मंच प्रदान किया।
(स्रोत: भाकृअनुप-केन्द्रीय शुष्क क्षेत्र अनुसंधान संस्थान, जोधपुर)
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