भाकृअनुप-केन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान, अविकानगर मे फार्मर फर्स्ट प्रोजेक्ट के तहत तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्न

भाकृअनुप-केन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान, अविकानगर मे फार्मर फर्स्ट प्रोजेक्ट के तहत तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्न

23 मार्च,2023, अविकानगर

भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के संस्थान, केन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान, अविकानगर, तहसील मालपुरा, जिला टोंक, राजस्थान में उन्नत भेड़-बकरी एवं खरगोश पालन पर तीन दिवसीय (21 से 23 मार्च, 2023) प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन आज प्रमाण पत्र वितरण के साथ हुआ।

इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में मालपुरा तहसील के सोडा, देंचवास, अरनिया, अविकानगर ने बस्सी, चौसला एवं गरजेडा गांव के 28 अंगीकृत किसानों को संस्थान की फार्मर फर्स्ट प्रोजेक्ट के तहत तीन दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया।

भाकृअनुप-केन्द्रीय-भेड़-ऊन-अनुसंधान-संस्थान-01  भाकृअनुप-केन्द्रीय-भेड़-ऊन-अनुसंधान-संस्थान-02

प्रशिक्षण कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, डॉ. अरुण कुमार तोमर, निदेशक केन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान, अविकानगर ने प्रशिक्षण में उपस्थित किसानों से निवेदन किया कि वर्तमान समय आर्थिक युग का है जिसमें परिवार के हर सदस्य एक निश्चित आयु के बाद अपनी जरूरत पूरी करने के लिए कमाना चाहिए, जिस घर में सभी सदस्य कमाएंगे उस घर का आर्थिक विकास भविष्य में होना निश्चित हैl उन्होंने कहा कि गांव में यह आर्थिक विकास आपको समेकित कृषि, पशुपालन, बागवानी, डेयरी, मूल्य आधारित क़ृषि एवं पशुपालन उत्पाद बनाकर प्राप्त किया जा सकता हैl इसलिए सभी किसान भाई उन्नत तरीके से यानि की वैज्ञानिक तरीके से खेती एवं पशुपालन प्रबंधन करके आत्मनिर्भरता प्राप्त कर सकते हैं। डॉ. तोमर ने आश्वासन दिया कि संस्थान के द्वार सदा ही आपके लिए खुले हुए हैं, आप संस्थान की हर गतिविधि में बढ़-चढ़कर भाग लेते रहें साथ ही आप संस्थान के तकनीकी सहायता के माध्यम से अपनी आजीविका में वृद्धि करें तथा संस्थान का नाम रोशन करें। उन्होंने सभी किसान भाइयों से निवेदन करते हुए कहा कि खानपान में मोटे अनाजों का प्रयोग जरूर करें, जिससे वर्तमान समय की पोषण से संबंधित समस्या है उन से मुक्ति मिल सके और परिवार के सभी सदस्य पोषण में सुदृढ़ता प्राप्त कर सकें।

फार्मर फर्स्ट प्रोजेक्ट के प्रधान अन्वेषक, डॉ. सत्यवीर सिंह डांगी, सह-समन्वयक, डॉ अमर सिंह मीना एवं डॉ. रंगलाल मीना द्वारा तीन दिवसीय उन्नत भेड़-बकरी एवं खरगोश पालन पर प्रशिक्षण कार्यक्रम का समन्वयन किया गया है|

प्रशिक्षण कार्यक्रम के समन्वयक, डॉ सत्यवीर सिंह डांगी ने फार्मर फर्स्ट प्रोजेक्ट से मालपुरा तहसील के 6 अंगीकृत गांव को कृषि एवं पशुपालन, बागवानी, हॉर्टिकल्चर आदि से संबंधित सभी किस्मों एवं सामानों का वितरण एवं प्रदर्शन किसानों के द्वार या गांव/ ढाणी में किया, जिससे वह अपने गांव में उन्नत किस्मों, पशुओं की नस्ल आदि का प्रदर्शन देखकर इसे अपना सकें और अच्छा मुनाफा कमा सकें।

तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में अंगीकृत गांव के किसानों को, छोटे पशु जैसे भेड़-बकरी की नस्ल का चयन, पोषण प्रबंधन, स्वास्थ्य प्रबंधन, चारा प्रबंधन, प्रजनन व मद काल तथा कृत्रिम गर्भाधान प्रबंधन, भेड़ की ऊन आधारित घरेलु दैनिक जरुरत के सामानों को बनाने एवं इसके उपयोग के तरीके, आवास प्रबंधन, मौसम आधारित विभिन्न प्रबंधन एवं टीकाकरण, स्टॉल फीडिंग पर विस्तृत ज्ञान आदि, संस्थान के विभिन्न विभागों के वैज्ञानिकों द्वारा व्याख्यान के माध्यम से दिया।

यहां, कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ. सुरेश चन्द शर्मा, डॉ. रंगलाल मीना, डॉ. सत्यवीर सिंह डांगी एवं फार्मर फर्स्ट प्रोजेक्ट टीम सदस्य ने भी सम्बोधन देकर किसानों को लाभान्वित किया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के सह-समन्वयक एवं मीडिया प्रभारी डॉ. अमर सिंह मीना ने कार्यक्रम की जानकारी साझा की।

(स्रोतः भाकृअनुप-केन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान, अविकानगर)

×