20-21 अप्रैल, 2023, जोधपुर
भाकृअनुप-केन्द्रीय शुष्क क्षेत्र अनुसंधान संस्थान, जोधपुर, राजस्थान में 20-21 अप्रैल, 2023 तक खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार के तत्वावधान में श्री अन्न के उत्पादन, विपणन, मूल्यवर्धन तथा खपत में लगे हुए लोगों के लिए श्री अन्न मेला-सह-प्रदर्शनी का आयोजन किया गया।
श्री गजेंद्र सिंह शेखावत, केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री, श्री प्रह्लाद सिंह पटेल, केन्द्रीय राज्य मंत्री, खाद्य प्रसंस्करण उद्योग और जल शक्ति तथा श्री कैलाश चौधरी, केन्द्रीय कृषि और किसान कल्याण राज्य मंत्री ने श्री अन्न आधारित खाद्य प्रोसेसर, उद्यमी और किसान के साथ बातचीत की।
मुख्य अतिथि, श्री शेखावत ने रेडी-टू-ईट एवं रेडी-टू-कुक खाद्य उत्पादों की शुरुआत के साथ दुनिया भर में भोजन की खपत के बदलते पैटर्न के बारे में बात की। उन्होंने कहा कि इस तरह का बदलता परिदृश्य किसानों की अगली पीढ़ी के लिए व्यापक अवसर प्रदान करता है, जिन्हें बाजरा के प्रसंस्करण, मूल्यवर्धन और विपणन में संवेदनशील और प्रशिक्षित किया जाना चाहिए।
श्री पटेल ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र द्वारा वर्ष - 2023 को अंतर्राष्ट्रीय मिलेट्स (श्री अन्न) वर्ष घोषित किए जाने के साथ ही देश ने प्रधानमंत्री के नेतृत्व में बाजरा की महिमा को पुनर्स्थापित करने की यात्रा में एक लंबा सफर तय किया है। उन्होंने इस अंतर को पाटने तथा किसानों को सीधे लाभ पहुंचाने के लिए एक महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में खाद्य प्रसंस्करण के महत्व के बारे में भी बताया। उन्होंने गुणवत्ता मानकों को बेहतर बनाने के लिए खाद्य परीक्षण प्रयोगशालाओं के निर्माण पर सरकार के दृष्टि की जानकारी दी, जो बदले में मूल्य वर्धित उत्पादों के लिए श्री अन्न के लिए अपार संभावनाएं का द्वार खोलेगी।
श्री चौधरी ने वैश्विक स्तर पर मोटे अनाज की ब्रांडिंग "श्री अन्ना" के रूप में करने के लिए, प्रधानमंत्री के प्रयासों पर प्रकाश डाला। उन्होंने उल्लेख किया कि भारत बाजरा का अग्रणी उत्पादक है और देश के किसानों को अपनी खाद्य प्रसंस्करण इकाइयां स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। उन्होंने खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा विभिन्न योजनाओं की सराहना की, जिसे देश के किसानों तथा महत्वाकांक्षी उद्यमियों को समर्थन और सशक्त बनाने के लिए तैयार की गई हैं। उन्होंने भाकृअनुप तथा काजरी के अनुसंधान प्रयासों की भी सराहना की और संस्थान द्वारा बाजरा को बढ़ावा देने के लिए तैयार किए गए मूल्यवर्धित उत्पादों की प्रशंसा की। उन्होंने प्रतिभागियों से अपने घर के भोजन के हिस्से के रूप में बाजरा का उपयोग करने का संकल्प लेने का आग्रह किया।
श्रीमती सिमी चौधरी, आर्थिक सलाहकार, खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार ने भी इस अवसर पर अपनी बात रखी।
डॉ. ओ.पी. यादव, निदेशक, काजरी ने संवादात्मक सत्रों के विचार-विमर्श का अवलोकन प्रस्तुत किया और चावल तथा गेहूं के समान, श्री अन्न के उत्पादन तथा लोकप्रियता को बढ़ाने के लिए एक नीति की आवश्यकता के बारे में बात की।
इस कार्यक्रम में उद्योग विशेषज्ञों, सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यमों, एसएचजी, एफपीओ आदि सहित 300 से अधिक हितधारकों ने शिरकत की।
इससे पहले, दो दिवसीय शिखर सम्मेलन का उद्घाटन 20 अप्रैल, 2023 को जोधपुर नगर निगम की महापौर, सुश्री वनिता सेठ द्वारा श्री भरत पटेल, महासचिव, नॉलेज चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज तथा डॉ. ओ.पी. यादव, निदेशक, काजरी, जोधपुर की उपस्थिति में किया गया।
महापौर ने रेगिस्तानी क्षेत्र की गर्म शुष्क जलवायु में सिंचाई के लिए न्यूनतम पानी का उपयोग करके बाजरा के उत्पादन में भाकृअनुप-काजरी की भूमिका की सराहना की।
श्री भरत पटेल ने कहा कि मिलेट्स (श्री अन्न) के अंतर्राष्ट्रीय वर्ष - 2023 पर, यह कार्यक्रम 20 राज्यों और इस साल 30 जिलों में श्री अन्न महोत्सव के आयोजन के लिए माननीय प्रधानमंत्री और खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार की दूरदर्शिता के आलोक में आयोजित पहल के एक हिस्से के रूप में संचालित किया गया है।
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