भाकृअनुप-नार्म ने अपना 48वां स्थापना दिवस मनाया

भाकृअनुप-नार्म ने अपना 48वां स्थापना दिवस मनाया

1 सितंबर, 2023, हैदराबाद

भाकृअनुप-राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान प्रबंधन अकादमी, हैदराबाद ने संस्थान की स्थापना के उपलक्ष्य में तथा कृषि अनुसंधान एवं प्रबंधन के क्षेत्र में इसकी उपलब्धियों एवं योगदान को प्रतिबिंबित करने के लिए अपना 48वां स्थापना दिवस मनाया।

भाकृअनुप-नार्म के पूर्व उप-महानिदेशक (कृषि शिक्षा) एवं पूर्व निदेशक, डॉ. जे.सी. कात्याल इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे। उन्होंने राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान और शिक्षा प्रणाली में जनशक्ति बढ़ाने के लिए मानव संसाधन प्रबंधन और अनुसंधान में भाकृअनुप-एनएएआरएम के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने चुनौतियों पर काबू पाने और अनुसंधान परिणामों को नवाचारों में बदलने के लिए बहु-विषयक, बहु-संस्थागत और बहु-एजेंसी सहयोग की आवश्यकता पर जोर दिया। इसके अलावा, उन्होंने यह भी कहा कि प्रासंगिकता, प्रभावशीलता और वैज्ञानिक निष्कर्षों को अपनाने एवं इसे सुनिश्चित करने के लिए अनुसंधान लक्ष्यों तथा उद्देश्यों को स्थापित करते समय हितधारकों के साथ बातचीत आवश्यक है।

ICAR-NAARM celebrates its 48thFoundation Day

भाकृअनुप-एनएएआरएम के निदेशक, डॉ. चिरुकमल्ली श्रीनिवास राव ने अकादमी की उपलब्धियों और नवाचारों पर प्रकाश डाला। उन्होंने अनुसंधान, नवाचार एवं संसाधन सृजन के प्रति नार्म के कर्मचारियों की प्रतिबद्धता तथा उनके प्रयासों को स्वीकार किया। उन्होंने विस्तारित क्षमता निर्माण कार्यक्रमों, ऑफ-कैंपस प्रशिक्षणों, भारतीय कृषि के उभरते पहलुओं में थिंक-टैंक अनुसंधान नीति पत्रों, पीजीडीएम-एबीएम छात्रों के लिए 100% प्लेसमेंट हासिल करने और ए-आईडीईए एवं प्रौद्योगिकी बिजनेस इनक्यूबेटर में उच्च प्रभाव वाली उपलब्धियों के बारे में विस्तार से चर्चा की।

भाकृअनुप-नार्म ने भाकृअनुप के बौद्धिक केन्द्र के रूप में काम जारी रखा है और इस अवसर पर तीन प्रभावशाली नीति पत्र जारी किए हैं। मुख्य अतिथि ने सर्वश्रेष्ठ इनोवेटिव किसान, उभरते एफपीओ, सर्वश्रेष्ठ स्टार्ट-अप, सर्वश्रेष्ठ प्रिंट एवं मीडिया तथा सर्वश्रेष्ठ पीजी छात्र के लिए पुरस्कार प्रदान किए।

स्थापना दिवस कार्यक्रम में भाकृअनुप-नार्म के वैज्ञानिकों, प्रशासन, तकनीकी, वित्त, परियोजना और संविदा कर्मचारियों, पीजीडीएम-एबीएम छात्रों तथा 113 फोकार्स (FOCARS) वैज्ञानिक परिवीक्षार्थियों ने भाग लिया।

(स्रोत: भाकृअनुप-राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान प्रबंधन अकादमी, हैदराबाद)

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