9 जनवरी, 2024, हैदराबाद
एसोसिएशन फॉर इनोवेशन डेवलपमेंट ऑफ एंटरप्रेन्योरशिप इन एग्रीकल्चर (ए-आईडीईए), भाकृअनुप-राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान प्रबंधन अकादमी (नार्म), हैदराबाद के टेक्नोलॉजी बिजनेस इनक्यूबेटर ने श्री कोंडा लक्ष्मण तेलंगाना राज्य बागवानी विश्वविद्यालय (एसकेएलटीएसएचयू), हैदराबाद और इसके घटक कॉलेजों, जैसे- कॉलेज ऑफ हॉर्टिकल्चर, राजेंद्र नगर, कॉलेज ऑफ हॉर्टिकल्चर, मोजेरला और पोस्ट-ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ हॉर्टिकल्चर साइंसेज, मुलुगु के साथ स्टार्ट-अप इंडिया के साथ बागवानी-उद्यमिता को बढ़ावा देने तथा इसे प्रोत्साहित एवं प्रेरित करने के साथ-साथ इनके छात्रों को बागवानी में उद्यमिता विकास के लिए संवेदीकरण कार्यक्रम का आज आयोजन किया।
मुख्य अतिथि, डॉ. बोगा नीरजा प्रभाकर, कुलपति, एसकेएलटीएसएचयू, हैदराबाद ने मूल्य संवर्धन तथा फसल कटाई के बाद प्रसंस्करण द्वारा मानव जाति को प्राप्त आर्थिक लाभों की एक विस्तृत श्रृंखला के निर्माण में बागवानी के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने, बदलते परिदृश्य में, सरकारी नौकरी के बजाय उद्यमी बनने को प्राथमिकता देने वाले युवाओं के बारे में बात की।
भाकृअनुप-नार्म के संयुक्त निदेशक और ए-आइडिया के उपाध्यक्ष, डॉ. जी. वेंकटेश्वरलू ने कहा कि हमारे देश में स्टार्ट-अप संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए सरकार के 10000 करोड़ रुपये का आवंटन इसकी प्राथमिकता को दर्शाता है। उन्होंने छात्रों से उन विभिन्न समस्याओं के लिए नवीन समाधान खोजने का आग्रह किया, जिनसे कृषि वर्तमान में जूझ रही है।
डॉ. एन.ए. विजय अविनाशीलिंगम, अतिरिक्त सीईओ, ए-आइडिया, भाकृअनुप-नार्म, हैदराबाद ने कहा कि हमारे देश में स्टार्ट-अप की आवश्यकता है साथ ही बागवानी-पारिस्थितिकी तंत्र में स्टार्ट-अप को विकसित करने में ए-आइडिया का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
कार्यक्रम में, डॉ. बी. गणेश कुमार, प्रधान वैज्ञानिक और प्रमुख, एसकेएलटीएसएचयू तथा डॉ. प्रशांत, एसोसिएट डीन, एसकेएलटीएसएचयू उपस्थित रहे।
एसकेएलटीएसएचयू के कुल 629 छात्रों और संकाय सदस्यों ने इस कार्यक्रम में शिरकत की।
(स्रोत: भाकृअनुप-राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान प्रबंधन अकादमी, हैदराबाद)
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