12 मई, 2023, सोलापुर
भाकृअनुप-राष्ट्रीय अनार अनुसंधान केन्द्र, सोलापुर तथा बायर क्रॉप साइंसेज लिमिटेड, इंडिया ने सार्वजनिक-निजी भागीदारी को मजबूत करने के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर आज हस्ताक्षर किए।
यह समझौता ज्ञापन मुख्य रूप से अनुसंधान सहयोग के लिए निर्यात-गुणवत्ता वाले अनार के उत्पादन को एकीकृत कीट एवं रोग प्रबंधन कार्यक्रम (आईडीआईपीएम) विकसित करना और एनआरसीपी सोलापुर में एक मॉडल अनार बाग स्थापित करना है।

डॉ राजीव मराठे, निदेशक, भाकृअनुप-एनआरसीपी, सोलापुर और श्री योगेश मोहिते, क्रॉप लीड हॉर्टिकल्चर एंड प्लांटेशन क्रॉप्स आईबीएसएल, बायर क्रॉप साइंसेज लिमिटेड इंडिया ने अपने संबंधित संगठनों की ओर से समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
डॉ. मराठे ने अनार किसानों के लिए भाकृअनुप-एनआरसीपी द्वारा विकसित उत्पादन, संरक्षण एवं प्रसंस्करण प्रौद्योगिकियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने आने वाले समय में अनार जैसी नकदी फसलों के लिए सार्वजनिक-निजी भागीदारी को मजबूत करने तथा यूरोपीय बाजार में निर्यात करने के इच्छुक अनार किसानों के लिए इसके उपयोग को लेकर समझौता ज्ञापन के महत्व को जोड़ा।
समझौता ज्ञापन के अनुसार, बायर के समर्थन से, भाकृअनुप-एनआरसीपी प्रौद्योगिकी प्रदर्शनों के लिए मॉडल बाग विकसित करेगा तथा यूरोपीय संघ (ईयू) अधिकतम अवशेष स्तर (एमआरएल) एवं निर्यात गुणवत्ता वाले अनार उत्पादन के लिए प्री-हार्वेस्ट इंटरवल (पीएचआई) के साथ आईडीआईपीएम सुरक्षा कार्यक्रम तैयार करेगा तथा मूल्यांकन भी करेगा। यह अनुसूची यूरोपीय बाजार और संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए अनार निर्यात को ध्यान में रखकर यूरोपीय संघ के एमआरएल तथा पीएचआई के निर्धारित दिशानिर्देशों का पालन करेगी।
इस प्रकार, आईडीपीएम अनुसूची का मूल्यांकन एनआरसीपी बाग में 2 मौसमों और 4 किसानों के खेतों के लिए तीसरे वर्ष से किया जाएगा। इस परियोजना में आवश्यकता के अनुसार किसानों तथा अधिकारियों की क्षमता निर्माण गतिविधियों को भी शामिल किया गया है।
(स्रोत: भाकृअनुप-राष्ट्रीय अनार अनुसंधान केन्द्र, सोलापुर)
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