भाकृअनुप-सीबा ने केरल के पय्यानूर में पीएमएमएसवाई के मत्स्य संपदा जागृति अभियान के तहत समर्थित भारतीय सफेद झींगा (पेनियस इंडिकस) की खेती का सफलतापूर्वक किया प्रदर्शन

भाकृअनुप-सीबा ने केरल के पय्यानूर में पीएमएमएसवाई के मत्स्य संपदा जागृति अभियान के तहत समर्थित भारतीय सफेद झींगा (पेनियस इंडिकस) की खेती का सफलतापूर्वक किया प्रदर्शन

14 दिसंबर, 2023, पय्यानूर, कन्नूर

भाकृअनुप-केन्द्रीय खाराजल जीव पालन संस्थान (सीबा), चेन्नई ने झींगा पालन में प्रजातियों के विविधीकरण के लिए भारतीय सफेद झींगा (पी.इंडिकस) का एक साफ स्टॉक विकसित किया है, जो पी.वन्नामेई झींगा के बराबर बढ़ रहा है। "पेनियस इंडिकस (जीआईपीपीआई) के आनुवंशिक सुधार कार्यक्रम" के तहत किसानों के तालाबों में इसकी उत्पादन क्षमता का आकलन करने के लिए साफ किए गए ब्रूडस्टॉक नस्ल के इंडिकस झींगा के बीज, झींगा उत्पादक किसानों को दिया गया।

ICAR-CIBA successfully demonstrated farming of Indian White Shrimp (Penaeus indicus) supported under the Matsya Sampada Jagrukta Abhiyan of PMMSY at Payyanur, Kerala

मत्स्य सम्पदा जागृति अभियान योजना के तहत आज केरल के कन्नूर जिले के कंडागली गांव, पय्यानूर में भारतीय सफेद झींगा इंडिकस की ऑन-फार्म फसल प्रदर्शन का आयोजन किया गया। इंडिकस झींगा को 0.24 ग्राम प्रतिदिन की दर से 30 पोस्ट लार्वा प्रति वर्ग मीटर के घनत्व पर भंडारित किया गया और लागत प्रभावी फ़ीड के साथ उत्पादन के 93 दिनों में 18.5 ग्राम प्राप्त किया गया। और कम बाहरी वातन समर्थन के साथ जीवित रहने की दर लगभग 90% थी।

ICAR-CIBA successfully demonstrated farming of Indian White Shrimp (Penaeus indicus) supported under the Matsya Sampada Jagrukta Abhiyan of PMMSY at Payyanur, Kerala   ICAR-CIBA successfully demonstrated farming of Indian White Shrimp (Penaeus indicus) supported under the Matsya Sampada Jagrukta Abhiyan of PMMSY at Payyanur, Kerala

जिन किसानों ने इसका पालन-पोषण किया, उनका मानना था कि इंडिकस झींगा सफेद मल रोग का प्रतिरोध करने में अपेक्षाकृत बेहतर है, जो अब तक झींगा पालन में एक विनाशकारी समस्या है।

पय्यानूर नगर पालिका के पदाधिकारियों, सुश्री केवी ललिता, अध्यक्ष, श्री कुंजप्पन, संयुक्त पार्षद, श्री प्रमोद, सचिव, केरल एक्वाफार्मर्स एसोसिएशन, डॉ. कुलदीप के. लाल, निदेशक, डॉ. सीपी बालासुब्रमण्यम, एचओडी क्रस्टेशियन कल्चर प्रभाग, डॉ. ए. पाणिग्रही, प्रधान अन्वेषक, जीआईपीपीआई कार्यक्रम, भाकृअनुप-सीआईबीए, मत्स्य पालन विभाग, केरल के अधिकारी, आसपास के गांवों में 107 झींगा किसानों और झींगा पालन क्षेत्र से जुड़ी एजेंसियों के प्रतिनिधियों के साथ झींगा उत्पादन को नजदीक से अवलोकन किया। ।

(स्रोत: भाकृअनुप-केन्द्रीय खाराजल जीव पालन संस्थान, चेन्नई)

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