16 अक्टूबर, 2023, भुवनेश्वर
भाकृअनुप-भाकृअनुप-केन्द्रीय मीठा जल मत्स्य पालन संस्थान ने तीन उद्यमियों-सह-हैचरी मालिकों श्रीमती झुलेखा फिरोज तंबोली, पुणे, महाराष्ट्र, श्रीमती झिना परिदा, केंद्रपाड़ा, ओडिशा और श्री कुमार स्वामी, गुंटूर, आंध्र प्रदेश को आनुवंशिक रूप से उन्नत एएचआर जयंती और संस्थान द्वारा चयनात्मक प्रजनन के माध्यम से विकसित उन्नत कैटला के प्रसार के लिए अधिकृत गुणक इकाइयाँ होने के लिए के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। भाकृअनुप-सीआईएफए में आज समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।
डॉ. कांता दास महापात्रा, पूर्व प्रधान वैज्ञानिक, एफजीबीडी को सम्मानित अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था। उन्होंने भाकृअनुप-सीफा में चयनात्मक प्रजनन कार्यक्रम के इतिहास के बारे में बात की। डॉ. महापात्रा ने कहा कि प्रसार के साथ-साथ आनुवंशिक रूप से उन्नत किस्मों की शुद्धता बनाए रखना भी टिकाऊ उत्पादन के लिए महत्वपूर्ण है और इसके लिए गुणक इकाइयों और भाकृअनुप-सीआईएफए को मिलकर काम करना चाहिए।
श्री विजय शिखरे, क्षेत्रीय उपायुक्त, मत्स्य पालन, मत्स्य पालन विभाग, महाराष्ट्र एमओयू हस्ताक्षर समारोह के विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित थे। उन्होंने 2017 से भाकृअनुप-सीआईएफए के साथ लंबे सहयोग के अपने अनुभव और महाराष्ट्र के किसानों के लिए पोर्टेबल एफआरपी कार्प हैचरी जयंती रोहू जैसी सीआईएफए प्रौद्योगिकियों के उपयोग के लाभों को साझा किया। श्री शिखरे ने एमओयू के नियमों और शर्तों के अनुसार महाराष्ट्र की मल्टीप्लायर हैचरी में उत्पादित बीज की गुणवत्ता की निगरानी का भी आश्वासन दिया।
भाकृअनुप-सीफा के निदेशक, डॉ. पी.के. साहू ने कहा कि संस्थान ने मत्स्य पालक किसानों के लिए विभिन्न तकनीकों का विकास करके देश में मीठे पानी की जलीय कृषि के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि एएचआर जयंती रोहू तथा कतला को वृहत रूप में उपयोग में लाया जाएगा तो यह मत्स्य पालक किसानों की आय को दुगुना करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। डॉ. साहू ने भाकृअनुप-सीफा द्वारा बेहतर किस्मों के प्रभावी विस्तार के लिए भविष्य में और अधिक एमओयू पर हस्ताक्षर करने की बात की।
फिश जेनेटिक्स और बायोटेक्नोलॉजी के प्रमुख डॉ. जे.के. सुदाराय ने एमओयू हस्ताक्षर समारोह के लिए मंच पर मौजूद सभी गणमान्य व्यक्तियों और हैचरी मालिकों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि देश भर में एएचआर जयंती रोहू और बेहतर कतला के व्यापक प्रसार के लिए मल्टीप्लायर इकाइयां सीआईएफए की ब्रांड एंबेसडर हैं।
सभी हैचरी मालिकों ने जयंती रोहू और अपने फार्म में उन्नत कैटला की सफलता के बारे में अपने अनुभव साझा किए और भाकृअनुप-सीफा से अपनी अपेक्षाओं के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि जयंती रोहू और बेहतर कतला का प्रदर्शन हमेशा उपलब्ध स्थानीय स्टॉक से बेहतर होता है।
(स्रोत: भाकृअनुप-केन्द्रीय मीठा जल मत्स्य पालन संस्थान, भुवनेश्वर)
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