20 मार्च, 2024, नागपुर
भाकृअनुप-केन्द्रीय सिट्रस अनुसंधान संस्थान, नागपुर ने कृषि अनुसंधान में बौद्धिक संपदा अधिकारों पर केन्द्रित एक आकर्षक कार्यशाला की मेजबानी की। इस कार्यक्रम का उद्देश्य कृषि क्षेत्र में बौद्धिक संपदा अधिकारों की महत्वपूर्ण भूमिका तथा निहितार्थ के बारे में वैज्ञानिकों और अनुसंधान विद्वानों के बीच जागरूकता को बढ़ावा देना था।
डॉ. एस.एस. रॉय, वरिष्ठ वैज्ञानिक और पीआई (एनएआईएफ-आईटीएमयू), भाकृअनुप-सीसीआरआई ने आईसीएआर के आईपी पोर्टफोलियो पर प्रकाश डालते हुए उद्घाटन संबोधन दिया।
भाकृअनुप-सीसीआरआई के निदेशक, डॉ. दिलीप घोष ने कृषि अनुसंधान में आईपीआर की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया और सभी वैज्ञानिकों और विद्वानों से अपने-अपने क्षेत्रों में नवाचार को प्राथमिकता देने का आग्रह किया। उन्होंने कृषि अनुसंधान परिदृश्य के भीतर रचनात्मकता को प्रोत्साहित करने और बौद्धिक संपदा की रक्षा करने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला।
राजीव गांधी राष्ट्रीय बौद्धिक संपदा प्रबंधन संस्थान, नागपुर में पेटेंट और डिजाइन के सहायक नियंत्रक डॉ. भरत सूर्यवंशी द्वारा एक मुख्य प्रस्तुति दी गई, जिसके बाद प्रतिभागियों और विशेषज्ञ के बीच सार्थक आदान-प्रदान की सुविधा के लिए एक इंटरैक्टिव सत्र आयोजित किया गया।
(स्रोत: भाकृअनुप-केन्द्रीय सिट्रस अनुसंधान संस्थान, नागपुर)
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