10 फरवरी, 2024, गोवा
भाकृअनुप-केन्द्रीय तटीय कृषि अनुसंधान संस्थान, गोवा ने गणपत पारसेकर कॉलेज ऑफ एजुकेशन, हरमल तथा गोवा राज्य जैव विविधता बोर्ड के सहयोग से अरम्बोल मछली लैंडिंग साइट, गोवा में त्वरित मछली गणना एवं मछुआरों के जागरूकता कार्यक्रम से जुड़े एक क्षेत्र दिवस का आयोजन किया।
जीपीएसई के कर्मचारियों और मछुआरों को पहले से ही ओरिएंटेशन दिया गया था। खाड़ी में एक घंटे के लिए विभिन्न जाल आकारों के गिलनेट चलाए गए और मछली को समुद्र तट की ओर ले जाया गया। मछली गणना कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य त्वरित मूल्यांकन का उपयोग करके मछली की विभिन्न प्रजातियों की पहचान करना है।
जलीय पारिस्थितिकी तंत्र की विविधता और पारिस्थितिकी के महत्व का आकलन करने, राज्य, राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर जैव विविधता अभियानों तथा कार्य योजना तैयार करने में सहायता के लिए तेजी से मूल्यांकन हेतु एक बेहतर विधि के रूप में मान्यता दी जा रही है।
भाकृअनुप-सीसीएआरआई ने तटीय पारिस्थितिकी तंत्र में मछली जैव विविधता अनुसंधान के महत्व पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम में कॉलेज के कर्मचारियों, शोधकर्ताओं और मछुआरों सहित कुल 20 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
(स्रोत: भाकृअनुप-केन्द्रीय तटीय कृषि अनुसंधान संस्थान, गोवा)
फेसबुक पर लाइक करें
यूट्यूब पर सदस्यता लें
X पर फॉलो करना X
इंस्टाग्राम पर लाइक करें