19 मार्च, 2024, नई दिल्ली
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (भाकृअनुप) तथा धानुका एग्रीटेक लिमिटेड के बीच आज एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। डॉ. यू.एस. गौतम, उप-महानिदेशक (कृषि विस्तार), भाकृअनुप और डॉ. आर.जी. अग्रवाल, अध्यक्ष, धानुका एग्रीटेक लिमिटेड ने संबंधित संगठनों की ओर से इस समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
डॉ. गौतम ने कहा कि इस समझौते का उद्देश्य दोनों संस्थानों की क्षमता का उपयोग कर किसानों तक नई तकनीक पहुंचाना है। उन्होंने कहा कि देशभर में 14.5 करोड़ से ज्यादा किसान हैं, जिनमें से ज्यादातर किसानों के पास छोटी जोत है। धानुका एग्रीटेक केन्द्रीय संस्थानों, अटारी और केवीके के साथ जुड़कर इन छोटे किसानों को कृषि उत्पादन से संबंधित प्रशिक्षण प्रदान करेगा।
उप-महानिदेशक ने कहा कि आज पूरा विश्व जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों का सामना कर रहा है और भारत भी इससे अछूता नहीं है, ऐसे समय में दोनों संस्थानों को मिलकर कृषि उत्पादन की नई पद्धति तथा जलवायु अनुकूल उत्पादन प्रणाली पर काम करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इस एमओयू का उद्देश्य बदलते परिवेश में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देना भी है।
डॉ. अग्रवाल ने कहा कि धानुका एग्रीटेक भाकृअनुप-अटारी और केवीके के सहयोग से किसानों को सलाह तथा प्रशिक्षण प्रदान करने में सहयोग प्रदान करेगी।
इस अवसर पर भाकृअनुप के सहायक महानिदेशक, निदेशक, वरिष्ठ वैज्ञानिक तथा भाकृअनुप मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
(स्रोत: भाकृअनुप-कृषि ज्ञान प्रबंधन निदेशालय, नई दिल्ली)
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