16 जुलाई, 2022, अल्मोड़ा
भाकृअनुप-विेवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, अल्मोड़ा के हवालबाग फार्म में संयुक्त राष्ट्र पार्यावरण-वैश्विक पार्यावरण सुविधा (जीईएफ) परियोजना “कृषि जैव-विविधता के संरक्षण एवं उपयोग द्वारा कृषि क्षेत्र को मुख्य धारा में लाना, बदलती जलवायु से बचाना एवं पारिस्थितिकी सेवाएं सुनिश्चित करना” के अंतर्गत कृषि जैव विविधता के संरक्षण पर 16 जुलाई को जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कार्यक्रम में, सर्वप्रथम, डॉ. अनुराधा भारतीय द्वारा छात्रों को जीन बैंक भ्रमण तथा डॉ. कुशाग्रा जोशी द्वारा संग्रहालय भ्रमण कराया गया, जिसमें संस्थान द्वारा पर्वतीय कृषि पर किए गए उत्कृष्ट कार्यों एवं योगदान के विषय में जानकारी मिल सके। डॉ. भारतीय द्वारा कृषि जैव विविधता संरक्षण एवं उपयोगिता विषय पर एक व्याख्यान दिया गया, जो इस बात पर ध्यान केंद्रित करता है कि कैसे युवा पीढ़ी कृषि जैव विविधता के महत्व को समझे। उन्होंने कृषि जैव विविधता को कृषि एवं खाद्य प्रणालियों में शामिल करने की प्राचीन परंपरा को जीवित रखने एवं भविष्य में स्थायी कृषि और खाद्य सुरक्षा में अपना योगदान देने पर जोर दिया।
इस अवसर पर, कृषि जैव विविधता से संबंधित विषयों पर एक्सटेम्पोर प्रतियोगिता आयोजित की गयी, जिसमें छात्रों ने बढ-चढ़कर भाग लिया। प्रतिभागियों में मान्या अग्रवाल ने प्रथम, आदित्य तिवारी ने द्वितीय, पियूष बिष्ट ने तृतीय तथा धीरज कपिल ने चतुर्थ स्थान प्राप्त किया। प्रतियोगिता में स्थान ग्रहन करने वाले छात्रों को निदेशक, विवेकानन्द संस्थान द्वारा प्रमाण पत्र एवं पुरस्कार प्रदान किया गया।
डॉ. जे. के. बिष्ट, विभागाध्यक्ष, फसल उत्पादन विभाग, विवेकानंद संस्थान ने कृषि जैव विविधता संरक्षण की महत्ता एवं इसके दैनिक प्रयोग पर विचार व्यक्त किए।
डॉ. एन. के. हेडाऊ एवं डॉ बी एम् पाण्डेय इस जागरूकता कार्यक्रम में मौजूद थे।
डॉ. कुशाग्रा जोशी द्वारा कार्यक्रम का संचालन किया गया।
इस कार्यक्रम में, केंद्रीय विद्यालय के, कक्षा 10वीं एवं 12वीं के 51 छात्रों ने भागीदारी की।
(स्रोतः भाकृअनुप-विेवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, अल्मोड़ा)
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