"देश की गौशालाओं के लिए चारा उत्पादन, उपयोग एवं संरक्षण प्रौद्योगिकी" पर आभासी प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित

"देश की गौशालाओं के लिए चारा उत्पादन, उपयोग एवं संरक्षण प्रौद्योगिकी" पर आभासी प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित

11 – 12 जुलाई, 2022

भाकृअनुप-भारतीय चारागाह एवं चारा अनुसंधान संस्थान, झांसी, उत्तर प्रदेश द्वारा 11 से 12 जुलाई, 2022 तक "देश की गौशालाओं के लिए चारा उत्पादन, उपयोग और संरक्षण प्रौद्योगिकी" पर दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

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डॉ अमरेश चंद्र, निदेशक, भाकृअनुप-आईजीएफआरआई, झांसी ने देश में गौशालाओं के महत्व और जिम्मेदारियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने प्रतिभागियों से चारा उत्पादन की वैज्ञानिक पद्धतियों को अपनाने का भी आग्रह किया।

कार्यक्रम का उद्देश्य गौशाला श्रमिकों को चारा उत्पादन की वैज्ञानिक तकनीकों, इसके संरक्षण और उपयोग के बारे में सशक्त बनाना था ताकि उन्हें चारा सुरक्षा के मामले में आत्मनिर्भर बनाया जा सके।

कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, राजस्थान और हिमाचल प्रदेश जैसे विभिन्न राज्यों के 60 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया।

(स्रोत: भाकृअनुप-भारतीय चरागाह एवं चारा अनुसंधान संस्थान, झांसी, उत्तर प्रदेश)

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