22 नवंबर, 2023, गोवा
डॉ. हिमांशु पाठक, सचिव (डेयर) एवं महानिदेशक (भाकृअनुप) ने आज भाकृअनुप-केन्द्रीय तटीय कृषि अनुसंधान संस्थान, ओल्ड गोवा का दौरा किया। उन्होंने अपने संबोधन में संस्थान की अनुसंधान उपलब्धियों की सराहना की और वैज्ञानिकों से बहु-संस्थागत और बहु-विषयक मोड में तटीय क्षेत्र की बहुमुखी चुनौतियों का समाधान करने के लिए नवीन अनुसंधान पर काम करने और तैयार करने की अपील की। डॉ. पाठक ने अनुसंधान और विकास गतिविधियों का समर्थन करने और सार्वजनिक-निजी-उद्योग भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए भाकृअनुप द्वारा की गई नई पहलों, जैसे कॉर्पस फंड और सीएसआर फंडिंग पर जोर दिया।
डॉ. एस.के. चौधरी, उप-महानिदेशक, भाकृअनुप ने संस्थान के एक अनुसंधान परिसर से एक राष्ट्रीय संस्थान में परिवर्तन के बारे में जानकारी दी, चुनौतियों का समाधान करने और व्यापक जनादेश प्राप्त करने के प्रयासों पर प्रकाश डाला, और पूरे तटीय क्षेत्र तक अपनी पहुंच का विस्तार करने के लिए सहयोगात्मक अनुसंधान का सुझाव दिया।
डॉ. राजबीर सिंह, सहायक महानिदेशक (एएएफ एवं सीसी), भाकृअनुप ने अनुसंधान एवं विकास आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए संस्थान की जिम्मेदारी पर जोर दिया।
भाकृअनुप-सीसीएआरआई के निदेशक, डॉ. परवीन कुमार ने संस्थान की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला।
गणमान्य व्यक्तियों ने कृषि-इको टूरिज्म इकाई का दौरा किया और कृषि-इको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए सार्वजनिक-निजी-भागीदारी (पीपीपी) को बढ़ावा देने के अभिनव विचार की सराहना की। उन्होंने चल रहे सिविल कार्यों और केन्द्रीय उपकरण सुविधा (सीआईएफ) का भी दौरा किया।
(स्रोत: भाकृअनुप-केन्द्रीय तटीय कृषि अनुसंधान संस्थान, गोवा)
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