17 मार्च, 2023, हैदराबाद
ए-आईडीइए, भाकृअनुप-राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान प्रबंध अकादमी (नार्म), हैदराबाद के टेक्नोलॉजी बिजनेस इनक्यूबेटर ने आज भाकृअनुप-नार्म, हैदराबाद में एग्री-स्टार्टअप का अपना पहला स्नातक समारोह आयोजित किया। कृषि स्टार्टअप्स की सफलता का जश्न मनाने और कृषि और संबद्ध क्षेत्रों में स्टार्टअप इकोसिस्टम को समर्थन और प्रोत्साहित करने के लिए इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था।
इसमें 20 एग्री-स्टार्टअप जिन्हें ए-आईडीईए के इनक्यूबेशन प्रोग्राम के तहत "कृषिबूट 1.0" नाम से इनक्यूबेट किया गया है, उन्हें प्रमाण पत्र और स्मृति चिन्ह प्राप्त हुए और एग्नाइट 3.0 के चार विजेताओं को भी प्रमाण पत्र और नकद पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
मुख्य अतिथि, श्री देवासी पाढ़ी के मुख्य महाप्रबंधक (ओएफडीडी), नाबार्ड, मुंबई ने को संबोधित करते हुए इस बात पर जोर दिया कि स्टार्ट-अप को खुद को मजबूत बनाना चाहिए और धन और अनुदान पर निर्भर नहीं रहना चाहिए। आगे उन्होंने कहा कि स्टार्ट-अप इकोसिस्टम में भारत तीसरा सबसे बड़ा देश है।
श्री शांतनु पेंडसे, सीजीएम, एसबीआई, मुंबई ने स्टार्ट-अप उत्पादों के बाजार के लिए तैयार होने के महत्व पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने स्टार्ट-अप बैंक को तैयार करने में रुचि दिखाई।
डॉ. चिरूकमल्ली श्रीनिवास राव, अध्यक्ष, ए-आइडिया और निदेशक, एनएएआरएम ने अध्यक्षीय संबोधन में फलों के मूल्यवर्धन के महत्व और निरंतर नवाचार की आवश्यकता के बारे में बताया।
डॉ. एल नरसिम्हा मूर्ति, वरिष्ठ कार्यकारी निदेशक, एनएफडीबी, हैदराबाद ने एनएफडीबी द्वारा की जाने वाली गतिविधियों और मत्स्य पालन क्षेत्र में महिलाओं के लिए उपलब्ध सब्सिडी पर प्रकाश डालने के अलावा एक्वाहब/ एक्वाकल्चर को बढ़ावा देने वाली योजनाओं के बारे में बताया।
डॉ. जी. वेंकटेश्वरलू, उपाध्यक्ष, ए-आइडिया और संयुक्त निदेशक, भाकृअनुप-नार्म ने अपने स्वागत संबोधन में स्नातक समारोह के महत्व और ए-आइडिया की विभिन्न पहल पर प्रकाश डाला।
डॉ. सेंथिल विनयागम, सीईओ, ए-आइडिया ने पहले समग्र कार्यक्रम का विवरण प्रस्तुत किया।
श्री इमैनुएल मुरे, निवेश निदेशक, कैस्पियन, हैदराबाद ने इन वर्षों में कैस्पियन द्वारा एक निवेशक, पारिस्थितिकी तंत्र भागीदार, ए-आईडीईए के विभिन्न कार्यक्रमों के प्रायोजक के रूप में विस्तारित समर्थन को व्यक्त किया।
सुश्री सुनीता सिंह, कार्यकारी उपाध्यक्ष, वाधवानी फाउंडेशन, मुंबई ने भारत में कृषि-स्टार्टअप के स्थायित्व पहलुओं पर चर्चा कीं।
इस कार्यक्रम में लगभग 100 स्टार्टअप्स, 50 छात्रों, किसानों, आउटरीच पार्टनर्स, इकोसिस्टम पार्टनर्स, मेंटर्स, बैंकिंग अधिकारियों, अन्य ऊष्मायन केन्द्र प्रबंधकों, निवेशकों, वैज्ञानिकों, संकाय और एसएयू/ एबीआई/ टीबीआई के अधिकारियों और भाकृअनुप-एनएएआरएम के कर्मचारियों, ए-आईडीईए के कर्मचारियों ने भाग लिया।
(स्रोत: भाकृअनुप-राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान प्रबंध अकादमी)
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