12 मार्च, 2024, दीमापुर
भाकृअनुप- केन्द्रीय मीठाजल जीव पालन संस्थान, कौशल्यागंगा, भुवनेश्वर, ओडिशा ने नागालैंड के दीमापुर ब्रूडर फिश फार्म में एनईएच योजना के तहत नागालैंड के स्कूल शिक्षकों, विस्तार अधिकारियों और इससे जुड़े शौकीनों के लिए एक्वेरियम रखरखाव एवं देखभाल पर एक कार्यशाला-सह-प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया। यह कार्यक्रम स्कूलों, विस्तार अधिकारियों तथा एक्वेरियम रखरखाव एवं देखभाल के शौकीनों के बीच एक्वेरियम विज्ञान शिक्षा कार्यक्रमों को बढ़ावा देने के लिए आयोजित किया गया था।
मुख्य अतिथि, डॉ. विमेज़ो किरे, उप-निदेशक, मत्स्य पालन विभाग, नागालैंड सरकार ने प्रतिभागियों से एक्वेरियम विज्ञान सहित इसके रखरखाव एवं देखभाल के साथ-साथ भाकृअनुप-सीआईएफए की तकनीकों को सीखने का आग्रह किया।
डॉ. प्रमोद कुमार साहू, निदेशक, भाकृअनुप-सीआईएफए, भुवनेश्वर ने एक्वेरियम रखरखाव एवं देखभाल के लिए प्रौद्योगिकी की आपूर्ति के माध्यम से नागालैंड के विभिन्न स्कूलों में विज्ञान शिक्षा कार्यक्रमों को बढ़ावा देने का आग्रह किया।
डॉ. सरोज कुमार स्वैन, पूर्व निदेशक, भाकृअनुप-सीफा ने स्कूली शिक्षा कार्यक्रमों में एक्वेरियम रखने के विशाल दायरे और संभावनाओं पर जोर दिया।
डॉ. एस. अधिकारी, प्रधान वैज्ञानिक, भाकृअनुप-सीआईएफए और एनईएच कार्यक्रमों के अध्यक्ष ने उत्तर पूर्व क्षेत्र के विकास के लिए भाकृअनुप-सीआईएफए द्वारा की गई एक्वेरियम रखरखाव सहित गतिविधियों पर प्रकाश डाला।
डॉ. सी.के. मिश्रा, प्रधान वैज्ञानिक, भाकृअनुप-सीआईएफए, एनईएच कार्यक्रमों के सह-समन्वयक ने कार्यक्रम के उद्देश्यों की जानकारी दी।
तकनीकी सत्र में एक्वेरियम निर्माण और एक्वेरिया में विभिन्न प्रमुख घटकों की स्थापना पर एक व्यावहारिक प्रदर्शन शामिल था। नागालैंड के दीमापुर और कोहिमा जिलों के चयनित स्कूलों ने कार्यक्रम के दौरान एक्वारिया वितरित किया।
कार्यक्रम में नागालैंड के दीमापुर और कोहिमा जिलों के वैज्ञानिकों, विस्तार अधिकारियों, शौकीनों और शिक्षकों सहित 50 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया।
(स्रोत: भाकृअनुप-केन्द्रीय मीठाजल जीव पालन संस्थान, कौशल्यागंगा, भुवनेश्वर)
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