4 सितंबर, 2023, बजौरा
भाकृअनुप-भारतीय गेहूं और जौ अनुसंधान संस्थान (आईआईडब्ल्यूबीआर), करनाल ने पूरे भारत में जौ को बढ़ावा देने के लिए एक रोडमैप विकसित किया है। आईआईडब्ल्यूबीआर और केवीके बजौरा, कुल्लू, हिमाचल प्रदेश ने संयुक्त रूप से आज केवीके बजौरा में एससीएसपी कार्यक्रम के तहत जौ पर एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया। केवीके ने हिमाचल प्रदेश के किसानों के लिए बनाए गए नवीनतम नवाचारों के बारे में एक प्रदर्शनी भी प्रस्तुत की।
डॉ. रणधीर सिंह, पूर्व सहायक महानिदेशक (विस्तार), प्रधान अन्वेषक (सामाजिक विज्ञान), आईआईडब्ल्यूबीआर ने किसानों को संस्थान द्वारा जौ को बढ़ावा देने के लिए की गई पहल और संस्थान और अन्य एआईसीआरपी केन्द्रों पर बीज की उपलब्धता के बारे में जानकारी दी। उन्होंने भाकृअनुप द्वारा विकसित किसान सारथी ऐप के बारे में भी बात की।
डॉ. देविना वैद्य, सहायक महानिदेशक, आरआरएस-डॉ वाईएसपीयूएचएफ, बजौरा ने बागवानी फसलों के साथ कृषि में विविधता लाने के लिए केन्द्र द्वारा की गई पहलों को प्रस्तुत किया।
केवीके बजौरा के प्रमुख, डॉ. चंद्रकांत ने किसानों को मिट्टी तथा पानी परीक्षण, बीज एवं रोपण सामग्री, जलवायु-अनुकूल प्रौद्योगिकियों, आदिवासी उप-योजनाओं, अवशेष प्रबंधन आदि सहित विभिन्न कार्यक्रमों के बारे में शिक्षित किया।
एससीएसपी कार्यक्रम के नोडल अधिकारी, डॉ. सत्यवीर सिंह ने एससीएसपी कार्यक्रम के उद्देश्यों के बारे में जानकारी दी।
अनुसूचित जाति के किसानों को एचबीएल 713 का बीज निःशुल्क उपलब्ध कराया गया।
कार्यक्रम में कुल 115 महिलाओं एवं 85 पुरुषों ने भाग लिया।
(स्रोत: भाकृअनुप-भारतीय गेहूं एवं जौ अनुसंधान संस्थान, करनाल)
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