एटीएल-केवीके और एटीएमए के बीच इंटरफेस के माध्यम से उभरती युवा प्रतिभाओं के लिए सलाह और सहयोग पहल शुरू

एटीएल-केवीके और एटीएमए के बीच इंटरफेस के माध्यम से उभरती युवा प्रतिभाओं के लिए सलाह और सहयोग पहल शुरू

19 सितंबर 2023, नई दिल्ली

अटल इनोवेशन मिशन, नीति आयोग, भारत सरकार के तत्वावधान में, पूरे भारत में कई स्कूलों में लगभग 10,000 अटल टिंकरिंग प्रयोगशालाएं (एटीएल) स्थापित की गई हैं। नीति आयोग, कृषि अनुसंधान एवं शिक्षा विभाग (डेयर)/ भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (भाकृअनुप) और कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के संयुक्त सहयोगात्मक प्रयासों से एटीएल- केवीके तथा एटीएमए इंटरफेस नाम से एक नई पहल शुरू की गई है।

Mentoring and Nurturing Budding Young Talent through Interface among ATL- KVK & ATMA  Mentoring and Nurturing Budding Young Talent through Interface among ATL- KVK & ATMA

डॉ. यू.एस. गौतम, उप-महानिदेशक (कृषि विस्तार); डॉ. आर.आर. बर्मन, सहायक महानिदेशक (एई) और डॉ. आर.के. सिंह; डॉ. जे.पी. मिश्रा, निदेशक, भाकृअनुप-अटारी, जोधपुर के साथ-साथ डॉ. सुजीत के. झा और डॉ. केशव, प्रधान वैज्ञानिक (कृषि विस्तार) ने आज बाल भारती पब्लिक स्कूल, द्वारका, नई दिल्ली का दौरा किया। भारत सरकार की ओर से नीति आयोग और कृषि एवं किसान कल्याण विभाग का प्रतिनिधित्व करने वाली दो अन्य टीमें डेयर / भाकृअनुप की टीम में शामिल हुए।

Mentoring and Nurturing Budding Young Talent through Interface among ATL- KVK & ATMA

टीमों को कक्षा 6 से 12 तक के छात्रों द्वारा विकसित वैज्ञानिक मॉडल/ प्रोटोटाइप की एक विस्तृत श्रृंखला दिखाई गई। उन्होंने एटीएल की गतिविधियों में शामिल शिक्षकों और छात्रों के साथ भी बातचीत की।

उन्होंने छात्रों को केवीके में की जा रही गतिविधियों से सीधे रूबरू कराने के लिए कृषि विज्ञान केन्द्र (केवीके), उजवा, नई दिल्ली का दौरा किया। टीम के सदस्यों और छात्रों ने केवीके के प्रमुख के साथ-साथ कुछ कृषि-उद्यमियों और प्रगतिशील किसानों के साथ बातचीत की।

डॉ. गौतम ने हमारे देश के सभी एटीएल और केवीके में एटीएल- केवीके और एटीएमए इंटरफेस के कार्यान्वयन में शामिल कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की।

सुश्री दीपाली उपाध्याय, कार्यक्रम निदेशक, अटल इनोवेशन मिशन, नीति आयोग, भारत सरकार ने एटीएल और इसके उद्देश्यों के बारे में जानकारी दी।

डॉ. सुजीत के. झा, प्रधान वैज्ञानिक (कृषि विस्तार) ने केवीके और उसकी गतिविधियों का अवलोकन प्रस्तुत किया।

केवीके द्वारा प्रचारित कुछ एफपीओ और एसएचजी द्वारा एक प्रदर्शनी भी लगाई गई थी। 11 अटारी, 11 केवीके और 55 एटीएल का प्रतिनिधित्व करने वाले लोगों सहित इन सभी हितधारकों के बीच बातचीत के दौरान, जो उक्त बैठक में शामिल हुए थे, वर्चुअल रूप से शामिल हुए, प्रतिभागियों को एटीएल और इसके उद्देश्यों के बारे में जानकारी दी गई।

(स्रोत: भाकृअनुप, कृषि विस्तार प्रभाग, नई दिल्ली)

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