एवियन इन्फ्लूएंजा डायग्नोस्टिक तकनीक के लिए भाकृअनुप-एनआईएचएसएडी, मेसर्स हाईमीडिया लेबोरेटरीज प्राइवेट लिमिटेड तथा मेसर्स एग्रीनोवेट इंडिया लिमिटेड के बीच प्रौद्योगिकी लाइसेंसिंग समझौते पर किए गए हस्ताक्षर

एवियन इन्फ्लूएंजा डायग्नोस्टिक तकनीक के लिए भाकृअनुप-एनआईएचएसएडी, मेसर्स हाईमीडिया लेबोरेटरीज प्राइवेट लिमिटेड तथा मेसर्स एग्रीनोवेट इंडिया लिमिटेड के बीच प्रौद्योगिकी लाइसेंसिंग समझौते पर किए गए हस्ताक्षर

27 अक्टूबर, 2023, भोपाल

भाकृअनुप-राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशुरोग संस्थान ने मेसर्स हाईमीडिया लेबोरेटरीज प्राइवेट लिमिटेड, ठाणे को अपने व्यावसायिक उत्पादन के लिए "चिकन में एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस एंटीबॉडी डिटेक्शन के लिए अप्रत्यक्ष एलिसा किट" प्रौद्योगिकी के हस्तांतरण के लिए के साथ प्रौद्योगिकी लाइसेंस समझौते (टीएलए) पर हस्ताक्षर किए।  

Technology Licensing Agreement signed between ICAR-NIHSAD, M/s HiMedia Laboratories Pvt. Ltd. and M/s Agrinnovate India Ltd. for avian influenza diagnostic technology  Technology Licensing Agreement signed between ICAR-NIHSAD, M/s HiMedia Laboratories Pvt. Ltd. and M/s Agrinnovate India Ltd. for avian influenza diagnostic technology

त्रिपक्षीय समझौते पर, भाकृअनुप-एनआईएचएसएडी, मेसर्स हाईमीडिया लेबोरेटरीज प्राइवेट लिमिटेड और मेसर्स एग्रीनोवेट इंडिया लिमिटेड के बीच आज भोपाल में भाकृअनुप-एनआईएचएसएडी द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में हस्ताक्षर किए गए।

डॉ. अनिकेत सान्याल, निदेशक, भाकृअनुप-एनआईएचएसएडी; डॉ. राजस वार्के, निदेशक (आण्विक जीवविज्ञान), मेसर्स हाईमीडिया लेबोरेटरीज प्राइवेट लिमिटेड और डॉ. प्रवीण मलिक, सीईओ, मेसर्स एग्रीनोवेट इंडिया लिमिटेड इस समझौते के हस्ताक्षरकर्ता थे।

एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस ने भारत में पोल्ट्री किसानों और पोल्ट्री उद्योग को आर्थिक रूप से बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचाता है। नई लाइसेंस प्राप्त एलिसा किट एवियन इन्फ्लूएंजा की निगरानी और नियंत्रण के लिए एक लागत प्रभावी आयात विकल्प प्रदान करती है और डब्ल्यूओएच मानकों का पालन करते हुए इसका कठोर सत्यापन किया गया है। किट में बहुत उच्च नैदानिक संवेदनशीलता (99.0%) और विशिष्टता (99.0%) है। यह प्रगति भारत के पोल्ट्री उद्योग की सुरक्षा, आर्थिक नुकसान को कम करने और पशु स्वास्थ्य एवं रोग नियंत्रण के क्षेत्र में देश की क्षमताओं को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

(स्रोत: भाकृअनुप-राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशुरोग संस्थान, भोपाल)

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