22 अप्रैल, 2025, मालदा
भाकृअनुप-केवीके मालदा ने भाकृअनुप-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान, कोलकाता के सहयोग से ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाने तथा जमीनी स्तर पर लचीलापन बढ़ाने हेतु एक महत्वपूर्ण कदम के तहत, 8 से 22 अप्रैल, 2025 तक आयोजित पोषण पखवाड़ा समारोह का सफलतापूर्वक समापन किया। “हरित के माध्यम से पोषण को सशक्त बनाना” विषय पर केन्द्रित इस पहल ने मालदा जिले के 10 गांवों को कवर किया, जिसमें पोषण, आजीविका और सतत विकास पर ध्यान केन्द्रित किया गया।
एससीएसपी योजना के तहत 10 कम लागत वाली ग्रीन शेड नेट संरचनाओं की स्थापना एक महत्वपूर्ण उपलब्धि थी। प्रत्येक इकाई का प्रबंधन 10 ग्रामीण महिलाओं के समूह द्वारा किया जाता है, जिससे 100 महिला किसानों को सीधे लाभ मिलता है। ये ग्रीनहाउस वर्तमान में हर महीने 300,000 से अधिक स्वस्थ पौधे पैदा कर रहे हैं, जिससे साल भर सब्जी की खेती, बेहतर घरेलू पोषण तथा जलवायु-अनुकूल खेती के तरीकों को बढ़ावा मिल रहा है।

समापन सत्र के दौरान, डॉ. प्रदीप डे ने प्रतिभागियों को वर्चुअली संबोधित किया, जिसमें पोषण, आजीविका और वन हेल्थ दृष्टिकोण के बीच अंतर्संबंध पर जोर दिया गया। उन्होंने खाद्य सुरक्षा और टिकाऊ प्रथाओं को आगे बढ़ाने में महिलाओं की भूमिका पर प्रकाश डाला, जो सामुदायिक लचीलेपन पर आधारित एक विकसित भारत के दृष्टिकोण के अनुरूप है।
इस कार्यक्रम में विषय वस्तु विशेषज्ञों तथा केवीके कर्मचारियों की सक्रिय भागीदारी देखी गई, जिसमें नवीन कृषि-आधारित समाधानों के माध्यम से पोषण-सुरक्षित एवं टिकाऊ ग्रामीण समुदायों के निर्माण के लिए सामूहिक प्रतिबद्धता दिखाई गई थी।
(स्रोत: भाकृअनुप-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान, कोलकाता)
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