5 फरवरी, 2024, हिसार
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार में आज हरियाणा और दिल्ली के केवीके के लिए 2 दिवसीय वार्षिक कार्य योजना कार्यशाला-2024 का उद्घाटन किया गया।
मुख्य अतिथि, डॉ. बी.आर. कम्बोज, कुलपति, सीसीएसएचएयू, हिसार ने कृषि उत्पादन में प्राकृतिक संसाधनों के अत्यधिक दोहन पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि समस्या पर समग्र रूप से काबू पाने में विस्तार प्रणाली महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
भाकृअनुप-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान, जोधपुर के निदेशक, डॉ. जे.पी. मिश्रा ने कहा कि भारत तिलहन को छोड़कर अधिकांश कृषि उत्पादों के उत्पादन में एक ऊंचाई को पा लिया है और अत्यधिक उत्पादन की समस्या सामने आई है।
हरियाणा और दिल्ली के 19 केवीके वर्ष 2024 के लिए अपनी कार्य योजना प्रस्तुत करेंगे, जिस पर गहन चर्चा की जाएगी और कार्यान्वयन के लिए इसे अंतिम रूप दिया जाएगा।
(स्रोत: भाकृअनुप-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान, जोन- II, जोधपुर)
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