भाकृअनुप-सीएमएफआरआई ने पोस्ट-कोविड जटिलताओं से संबंधित प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने के लिए समुद्री शैवाल-आधारित न्यूट्रास्युटिकल किया विकसित

भाकृअनुप-सीएमएफआरआई ने पोस्ट-कोविड जटिलताओं से संबंधित प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने के लिए समुद्री शैवाल-आधारित न्यूट्रास्युटिकल किया विकसित

भाकृअनुप-केन्द्रीय समुद्री मात्स्यिकी अनुसंधान संस्थान (सीएमएफआरआई), कोच्चि ने पोस्ट-कोविड जटिलताओं से संबंधित जन्मजात प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने के लिए चुनिंदा समुद्री शैवाल से एक न्यूट्रास्युटिकल उत्पाद विकसित किया है, जिसे कैडलमिनटीएम इम्यूनलगिन नाम दिया गया।

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उत्पाद को मुख्य अतिथि, श्री नरेन्द्र सिंह तोमर, केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री तथा श्री परशोत्तम रुपाला, मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्री और श्री कैलाश चौधरी, केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री द्वारा 16 जुलाई, 2023 को भाकृअनुप के स्थापना और प्रौद्योगिकी दिवस के दौरान एक समारोह में जारी किया गया।

यह उत्पाद समुद्री शैवाल-आधारित न्यूट्रास्युटिकल का एक सहक्रियात्मक संयोजन है, जो पर्यावरण-अनुकूल 'हरित' तकनीक के साथ निकाले गए अत्यधिक पौष्टिक बायोएक्टिव अवयवों का 100% प्राकृतिक मिश्रण है। भाकृअनुप-सीएमएफआरआई के समुद्री जैव प्रौद्योगिकी, मछली पोषण और स्वास्थ्य प्रभाग की प्रमुख डॉ. काजल चक्रवर्ती ने उत्पाद विकसित करने के लिए अनुसंधान कार्यों का नेतृत्व किया।

(भाकृअनुप-सीएमएफआरआई)

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