23 जून, 2023, भोपाल
भाकृअनुप-राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशुरोग संस्थान (एनआईएचएसएडी), भोपाल ने आज यहां अपना 23वां स्थापना दिवस मनाया।
मुख्य अतिथि, डॉ. अभिजीत मित्रा, पशुपालन आयुक्त, भारत सरकार ने डीएएचडी के साथ निरंतर संचार की आवश्यकता पर जोर दिया और एनआईएचएसएडी और डीएएचडी के बीच समन्वय पर भी विस्तार से प्रकाश डाला।
डॉ. अशोक कुमार, सहायक महानिदेशक (पशु स्वास्थ्य), भाकृअनुप ने पशुपालन क्षेत्र में उभरते खतरों पर एनआईएचएसएडी द्वारा किए गए कार्यों की सराहना की।
भाकृअनुप-एनआईएचएसएडी के निदेशक, डॉ. अनिकेत सान्याल ने संस्थान की उत्पत्ति और उपलब्धियों के बारे में जानकारी दी और भारत की पहली जैव-नियंत्रण प्रयोगशाला की योजना बनाने और उसे चालू करने के लिए पशु चिकित्सा विज्ञान में दूरदर्शी लोगों द्वारा किए गए योगदान की सराहना की।
इस कार्यक्रम में वीसीआई के अध्यक्ष, डॉ. उमेश चंद्र शर्मा; डॉ. बी.आर. गुलाटी, निदेशक, भाकृअनुप-निवेदी; डॉ. आर.के. मेहिया, निदेशक, पशु चिकित्सा सेवाएं (एमपी) और डॉ. एस.सी. दुबे, पूर्व-संयुक्त निदेशक, भाकृअनुप-एनआईएचएसएडी ने उपस्थित होकर इसकी शोभा बढ़ाई।
सभी वक्ताओं ने एनआईएचएसएडी में बीएसएल4 की आवश्यकता पर जोर दिया। गणमान्य व्यक्तियों ने देश में विदेशी और उभरते पशु रोगों के नियंत्रण और रोकथाम में एनआईएचएसएडी की अधिक सफलता और उपलब्धियों की कामना की।
इस अवसर पर, गणमान्य व्यक्तियों ने मवेशियों में बीवीडीवी के सीरोलॉजिकल निदान के लिए टीम एनआईएचएसएडी द्वारा विकसित "बोवाइन वायरल डायरिया (बीवीडी) एंटीबॉडी किट" जारी किया।
समारोह के दौरान श्री अन्न जागरूकता अभियान चलाया गया और सभी प्रतिभागियों को श्री अन्न के उत्पाद वितरित किए गए।
स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में एक वैज्ञानिक-किसान संवाद बैठक और पशु स्वास्थ्य कार्यशाला का आयोजन किया गया।
(स्रोत: भाकृअनुप-राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशुरोग संस्थान, भोपाल)
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