6 जून, 2023, अविकानगर
भाकृअनुप-केन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान, अविकानगर के निदेशक, डॉ अरुण कुमार तोमर ने भेड़पालक तथा चरवाहा समुदाय की बेहतरी के लिए मेदीपल धनगर एफपीओ, महाराष्ट्र द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय अधिवेशन कार्यक्रम आज का उद्घाटन किया।
डॉ. तोमर ने गांव के सार्वजनिक चरागाह तथा सामुदायिक भूमि को विकसित करने पर जोर दिया ताकि इस पर व्यवसायिक भेड़-बकरी पालन किया जा सके। निदेशक ने बताया कि अच्छा चारागाह का विकास एवं अच्छे पशुओं के चयन से ही देश के किसान की आमदनी बढ़ सकती है। उन्होंने सहकारी समितियों का निर्माण करके भेड़ उत्पाद को सीधे उपभोक्ता तक ले जाने की जरूरत पर जोर दिया।
कार्यक्रम के अध्यक्ष, श्री विकास महात्मे द्वारा अविकानगर संस्थान की महाराष्ट्र के किसानों के लिए उपयोगिता तथा भविष्य में कैसे इस संस्थान के सहयोग से किसानों की आमदनी दुगनी हो सके उसके बारे में संस्थान के निदेशक के साथ विस्तार से विचार-विमर्श किया। श्री महात्मे द्वारा भेड़ पालन की चुनौतियों एवं इससे निपटने के लिए अविकानगर संस्थान के योगदान के बारे में सभा में उपस्थित लोगों से साझा की।
अविकानगर संस्थान के प्रधान अन्वेषक, एग्री बिज़निस इंक्यूबशन सेंटर, डॉ. विनोद कदम द्वारा विस्तार से बताया की भेड़पालन से कैसे पशु उद्यमिता का विकास किया जै सकता है तथा ढकनी भेड़ की ऊन क़ो कैसे मूल्य संवर्धन करके ज्यादा से ज्यादा आमदनी प्राप्त की जा सकती है।
मेधीपल धनकर एफपीओ ने अविकानगर संस्थान के एबीआईसी से समझौता ज्ञापन (एमओयू) करके अविकानगर की तकनिक क़ो महाराष्ट्र के भेड़पालक तक पहुंचाया है। एफपीओ ने महाराष्ट्र के धनकर समुदाय के लिए पहला राज्य स्तरीय अधिवेशन आयोजित किया।
कार्यक्रम मे धनगर समुदाय के 600 से ज्यादा प्रतिभागियों ने भाग लेकर भेड़पालन उद्यमिता के बारे में जाना।
अविकानगर संस्थान के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं मीडिया प्रभारी, डॉ अमर सिंह मीना ने इस कार्यक्रम की जानकारी साझा की।
(स्रोतः भाकृअनुप-केन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान, अविकानगर)
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