2 सितंबर, 2023, कोचीन
श्री परशोत्तम रुपाला, केन्द्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्री, भारत सरकार तथा डॉ. एल. मुरुगन, केन्द्रीय राज्य मंत्री, मत्स्यपालन, पशुपालन एवं डेयरी, भारत सरकार ने 'सागर परिक्रमा-चरण-आठवीं' के हिस्से के रूप में भाकृअनुप-केन्द्रीय समुद्री मत्स्य अनुसंधान संस्थान (भाकृअनुप-सीएमएफआरआई) के मंडपम क्षेत्रीय केन्द्र का दौरा किया।
केन्द्र की गतिविधियों को प्रदर्शित करने के लिए एक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया था। प्रदर्शनी में पाक खाड़ी तथा मन्नार की खाड़ी क्षेत्र के महत्वपूर्ण समुद्री मछली संसाधन, समुद्री शैवाल खेती, आईएमटीए, हैचरी-निर्मित कोबिया, सिल्वर पोम्पानो और समुद्री सजावटी मछलियाँ प्रदर्शित की गईं।
केन्द्रीय मंत्री, श्री रुपाला ने क्षेत्र के समुद्री मत्स्य पालन तथा समुद्री कृषि विकास के लिए किए गए प्रयासों की सराहना की। बाद में केन्द्रीय मंत्री ने समुद्री शैवाल की खेती करने वाली मछुआरा महिला समूह से बातचीत की और उनके प्रश्नों का समाधान किया। इस अवसर पर स्थानिक मैंग्रोव पेम्फिसासिडुला का रोपण भी किया गया।
श्रीमती नीतू कुमारी प्रसाद, भारतीय प्रशासनिक सेवा, संयुक्त सचिव (समुद्री मत्स्य पालन), भारत सरकार श्री जुबिन महापात्र, भारतीय प्रशासनिक सेवा, सहायक सचिव, श्रीमती मीरा, भारतीय प्रशासनिक सेवा, सहायक सचिव, डॉ. एल. नरसिम्हा मूर्ति, मुख्य कार्यकारी प्रभारी और वरिष्ठ कार्यकारी निदेशक, एनएफडीबी, डॉ. संजय पांडे, मत्स्य पालन उपायुक्त सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर उपस्थित थे।
डॉ. के. विनोद, प्रमुख ने वैज्ञानिकों के साथ केन्द्र की गतिविधियों के बारे में बताया।
(स्रोत: भाकृअनुप-केन्द्रीय समुद्री मत्स्य अनुसंधान संस्थान, कोचीन)
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