3 जनवरी, 2025, केरल
भाकृअनुप-केन्द्रीय तटीय कृषि अनुसंधान संस्थान, गोवा ने आज यहां अनुसूचित जाति उप-योजना के अंतर्गत क्षेत्रीय कृषि अनुसंधान केन्द्र (आरएआरएस), कुमारकोम के सहयोग से कुमारकोम, केरल में किसान-वैज्ञानिक इंटरफेस का आयोजन किया।
कुट्टनाड-कुमारकोम क्षेत्र में छोटे-छोटे खेतों वाले किसान घरेलू सब्जी के बागान, बत्तख पालन, मुर्गी पालन और मछली पालन में लगे हुए हैं। सब्जियों में जैविक कीट एवं रोग प्रबंधन पर एक सत्र आयोजित किया गया, जिसके बाद एक शोध फार्म, मछली पालन इकाइयों और एक सार्वजनिक मछलीघर का दौरा किया गया। किसानों ने चुनौतियों पर चर्चा की, विशेष रूप से जलवायु परिवर्तन के कारण फसलों और पशुओं में बढ़ती बीमारी की घटनाओं पर। भाकृअनुप-सीसीएआरआई और आरएआरएस के वैज्ञानिकों ने समाधान प्रदान किया, और किसानों को सब्जी के पौधे, बीज, टिशू कल्चर केले, फेरोमोन ट्रैप, जैव-नियंत्रण एजेंट, खाद, बैरल और चारा जैसे इनपुट वितरित किया गया।
कार्यक्रम का समन्वयन, डॉ. सिमी रोज़ एंड्रयूज, सहायक प्रोफेसर (जलीय कृषि), डॉ. सिनी थॉमस के, सहायक प्रोफेसर (प्लांट फिजियोलॉजी), आरएआरएस और डॉ. श्रीकांत जी.बी. ने किया।
कार्यक्रम में कुल 30 अनुसूचित जाति के किसान शामिल हुए।
(स्रोत: भाकृअनुप-केन्द्रीय तटीय कृषि अनुसंधान संस्थान, गोवा)
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