30 दिसंबर, 2023, वाशिम
भाकृअनुप-केन्द्रीय कपास अनुसंधान संस्थान (सीआईसीआर), नागपुर ने उच्च उच्च घनत्व वाले कपास रोपण मॉड्यूल विकसित किया और खरीफ 2023 सीज़न से कपास उत्पादकता बढ़ाने के लिए बड़े पैमाने पर प्रौद्योगिकी का प्रदर्शन करने के लिए केवीके वाशिम को सौंपा। केवीके वाशिम, वाशिम के करंजा ब्लॉक में कपास पर एक विशेष परियोजना लागू कर रहा है जहां किसानों के खेतों पर 153 प्रदर्शनों का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम के परिणामों तथा प्रभाव को साझा करने के लिए कपास कृषि मेला और किसान-वैज्ञानिक बातचीत आज कारंजा में संपन्न हुई।
डॉ. आर.एल. काले (प्रमुख, केवीके वाशिम) ने अपने उद्घाटन संबोधन में परियोजना में केवीके की भूमिका के बारे में बताया और किसानों के बीच प्राकृतिक खेती प्रथाओं को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर ध्यान केन्द्रित किया।
डॉ. अर्जन तायडे, मुख्य नोडल अधिकारी तथा प्रमुख, प्रभाग, फसल उत्पादन, भाकृअनुप-सीआईसीआर, नागपुर ने भाकृअनुप-सीआईसीआर एचडीपीएस मॉड्यूल के लाभों पर जोर दिया और वर्षा आधारित तथा उथले प्रकार की मिट्टी वाले विदर्भ क्षेत्रों में कपास की उपज बढ़ाने के लिए इस परियोजना की भूमिका के बारे में जानकारी दी। इसके अलावा, उन्होंने शोध निष्कर्षों का विवरण दिया और कपास की खेती में मशीनीकरण की आवश्यकता पर जोर दिया। डॉ. तायडे ने जलवायु अनुकूल प्रौद्योगिकियों को बढ़ावा देने पर भी जोर दिया।
इस समारोह में कपास उत्पादक, कृषि-इनपुट डीलर, कृषि विभाग और यूएमईडी परियोजना के प्रतिनिधि बड़ी संख्या में शामिल हुए।
(स्रोत: भाकृअनुप-कृषि विज्ञान केन्द्र, वाशिम)
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