15 अक्टूबर 2023, चेट्टुवा मुहाना
भाकृअनुप-केन्द्रीय तटीय कृषि अनुसंधान संस्थान (सीसीएआरआई), गोवा तथा केरल मत्स्य पालन एवं महासागर अध्ययन विश्वविद्यालय, कोच्चि ने संयुक्त रूप से चल रहे पोस्ट-डॉक्टरल अनुसंधान के एक भाग के रूप में आज चेट्टुवा मुहाना के पास वेंकितांगु पंचायत में किसानों और मछुआरों के लिए एक क्षेत्र दिवस का आयोजन किया।
एक टीम ने मछुआरों एवं किसानों के लगभग 20 अलग-अलग घरों का दौरा किया तथा किसानों के सामने आने वाली प्रमुख चुनौतियों की पहचान करने के लिए उनसे बातचीत की। यात्रा का उद्देश्य अनुसूचित जाति समुदाय से संबंधित किसानों और मछुआरों के सामने आने वाले मुद्दों को समझना तथा डेयरी पशुओं के लिए आवश्यक हस्तक्षेप और पंचायत में बत्तख/ मुर्गा पालन के साथ एकीकृत तरीके से टिकाऊ मछली पालन गतिविधियों को लागू करना था।
यह कैयूएफओएस और भाकृअनुप-सीसीएआरआई के अनुसूचित जाति उपयोजना कार्यक्रम के बीच एक नया उद्यम है, जिसमें चयनित लाभार्थियों को उनकी आजीविका की संभावनाओं को बढ़ाने के लिए तकनीकी एवं वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। टीम ने मत्स्य पालक के सामने आने वाली समस्याओं का भी आकलन किया, जिन्होंने संकेत दिया कि मुहाना में गाद एक बड़ी चुनौती है, जिससे मुहाना की गहराई काफी कम हो गई है। परिणामस्वरूप, मुहाना की मछली उत्पादकता काफी कम हो गई है तथा मुहाना से गाद हटाने के लिए तकनीकी हस्तक्षेप की आवश्यकता है।
कार्यक्रम के एक भाग के रूप में पशुधन/ मुर्गी/ बकरी और बत्तख पालकों को पशु आहार की खुराक वितरित की गई। कार्यक्रम की एक शाखा के रूप में, एजेंसियों की विभिन्न योजनाओं के माध्यम से क्षेत्र में एकीकृत खेती तथा कृषि में मूल्यवर्धन को बढ़ावा देने के लिए मछुआरों और किसानों का एक स्वयं सहायता समूह बनाने का सुझाव दिया गया था।
(स्रोत: भाकृअनुप-केन्द्रीय तटीय कृषि अनुसंधान संस्थान, गोवा)
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