13 अक्टूबर, 2023, कोलकाता
भाकृअनुप-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान, कोलकाता और इन्हाना ऑर्गेनिक रिसर्च फाउंडेशन (आईओआरएफ), कोलकाता के बीच पीपीपी के तहत एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर आज हस्ताक्षर किए गए जिससे, शुद्ध शून्य केवीके बनाने की दिशा में मार्ग प्रदर्शित करने के लिए कार्बन पदचिह्न के पूर्व/ पश्चात मूल्यांकन के बाद किसान-केन्द्रित दृष्टिकोण विकसित करने में गति प्रदान की जा सके।
भाकृअनुप-अटारी, कोलकाता के निदेशक डॉ. प्रदीप डे और आईओआरएफ के निदेशक डॉ. फाल्गुनी दास विश्वास ने अपने संगठनों की ओर से समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
संगठन एसीएफए संस्करण- 1.0 का उपयोग करेंगे और एमओयू के अनुसार कृषि में नेट ज़ीरो से संबंधित संभावित आईपी और संयुक्त प्रकाशन लाएंगे। भाकृअनुप-अटारी और आईओआरएफ के बीच इस केंद्रित साझेदारी से भाकृअनुप-अटारी के नियंत्रण वाले क्षेत्र में काम करने वाले विभिन्न केवीके के विषय विशेषज्ञ को तकनीकी विचार-विमर्श और विचार-मंथन सत्र या विषय पर व्यावहारिक प्रशिक्षण में भाग लेने में मदद मिलेगी।
विविध क्षेत्र सतत कृषि कार्बन कंप्यूटिंग मानक को समृद्ध करने में मदद करता है, जो जलवायु कार्रवाई और संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों की प्राप्ति के संबंध में किसी भी स्थायी कृषि पहल के प्रभाव मूल्यांकन के लिए शैक्षणिक संस्थानों और कॉर्पोरेट संस्थाओं सहित विभिन्न हितधारकों द्वारा इसके उपयोग को सक्षम बनाता है।
(स्रोत: भाकृअनुप-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान, कोलकाता)
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