30 मार्च 2013, लखनऊ
केन्द्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान (सीआईएसएच), लखनऊ में 30 मार्च, 2013 को एक दिवसीय कृषि प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन और मीडिया बैठक का आयोजन किया गया। आने वाले आम के मौसम के मद्देनजर इसका केन्द्र बिन्दु "आम उत्पादन और गुणवत्ता बढ़ाना" रहा। एनएआईपी की उप प्रायोजना "मोबिलाइजिंग मास मीडिया सपोर्ट फॉर शेयरिंग एग्रो इंर्फोमेशन" के तहत यह कार्यक्रम आयोजित किया गया।
डॉ. डी.एस. राठौर, पूर्व कुलपति, सीएसके हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय, पालमपुर ने मुख्य अतिथि के रूप में अपने संभाषण में विपणन के जरिए फयदा बढ़ाने के लिए कृषक समूह/एसोसिएशन बनाने के महत्व पर जोर दिया।
डॉ. रामेश्वर सिंह, परियोजना निदेशक, कृषि ज्ञान प्रबंध निदेशालय (डीकेएमए), भा.कृ.अनु.प. ने इस कार्यक्रम की अध्यक्षता की। डॉ. सिंह ने ग्रामीण विकास में कृषि पत्रकारिता की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने किसानों के बीच विकास योजनाओं की सूचना के प्रचार-प्रसार पर भी जोर दिया। डॉ. सिंह ने उपस्थित जनों को फेसबुक पर आईसीएआर पेज आने तथा उसके द्वारा भा.कृ.अनु.प. वैज्ञानिकों और अधिकारियों से जानकारियां प्राप्त करने के लिए कहा।
इससे पूर्व, डॉ. एच. रविशंकर, निदेशक, सीआईएसएच ने गणमान्य अतिथियों का स्वागत किया और आगामी मौसम में आमों के गुणवत्तापूर्ण उत्पादन के लिए संस्थान की प्रौद्योगिकियां अपनाने का आग्रह किया।
इस अवसर पर एक किसान गोष्ठी का भी आयोजन किया गया। यहां प्रसिद्ध वैज्ञानिकों, विशेषज्ञों और हितधारकों ने चर्चा की और आगामी मौसम में आम उत्पादन और क्वालिटी बढ़ाने के मुद्दे पर विचार-विमर्श किया। इस अवसर पर एक प्रदर्शनी द्वारा उन्नत कृषि प्रौद्योगिकियों, आदानों, विभिन्न सरकारी और गैर-सरकारी संस्थाओं, कृषि-आदान आपूर्तिकर्ताओं के उत्पादों का भी प्रदर्शन किया गया। इस कार्यक्रम में भारी संख्या में प्रगतिशील किसानों, मीडिया कर्मियों, वैज्ञानिकों और वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।
डॉ. नीलिमा गर्ग, प्रमुख, कटाई उपरांत प्रबंधन संभाग, सीआईएसएच ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
(स्रोतः एनएआईपी, मास मीडिया परियोजना, डीकेएमए, सहयोगी संस्थान सीआईएसएच, लखनऊ द्वारा प्रस्तुत जानकारी के साथ)
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