9 मार्च, 2024, कर्नाटक
सुश्री शोभा करंदलाजे, केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री, भारत सरकार ने भाकृअनुप-केएलई केवीके, मैटिकोप्प (केवीके, बेलगावी II) में किसान छात्रावास, स्टाफ क्वार्टर तथा स्वचालित ड्रिप सिंचाई इकाई का उद्घाटन किया। कार्यक्रम के दौरान सुश्री करंदलाजे ने एक वीडियो, छह प्रकाशन, केवीके के बायो-एजेंट जारी किए और दो कृषक महिलाओं एवं चार किसानों को सम्मानित किया।
सुश्री करंदलाजे ने भारत की हरित क्रांति पर प्रकाश डाला, जिससे खाद्य उत्पादन में आत्मनिर्भरता आई है। उन्होंने आगे कहा कि देश में अब अधिशेष खाद्य उत्पादन है, जिसमें 330 मिलियन टन खाद्यान्न और 265 मिलियन टन सब्जियों और फलों का वार्षिक उत्पादन होता है। मंत्री ने कुशल जल प्रबंधन के लिए ड्रिप सिंचाई के महत्व पर जोर दिया तथा आधुनिक सुविधाओं के साथ किसानों के छात्रावास तथा कर्मचारी क्वार्टर के निर्माण में मेजबान संगठन के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने स्वचालित ड्रिप सिंचाई प्रणाली के चालू होने पर प्रसन्नता व्यक्त की और किसानों से मिट्टी के स्वास्थ्य संबंधी खतरों के बिना कुशल जल उपयोग के लिए इसे अपनाने का आग्रह किया।
मंत्री ने आधुनिक सुविधाओं के साथ किसान छात्रावास और कर्मचारी क्वार्टरों के निर्माण के लिए मेजबान संगठन की सराहना की, जिससे किसान केवीके कर्मचारियों के लिए प्रशिक्षण एवं आवासीय सुविधाएं प्रदान कर सकें।
भाकृअनुप-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान, बेंगलुरु के निदेशक, डॉ. वी. वेंकटसुब्रमण्यन ने कहा कि मेजबान संगठन केएलई सोसाइटी 2011 में अपनी स्थापना के बाद से किसानों को सर्वोत्तम बुनियादी ढांचा जैसी सुविधाएं प्रदान कर रहा है। उन्होंने मेजबान संगठन द्वारा केवीके के क्षेत्र के किसानों/ कृषि महिलाओं तथा ग्रामीण युवाओं के लिए दीर्घकालिक प्रशिक्षण आयोजित करने की सुविधा प्रदान करने के लिए नवीनतम सुविधाओं के साथ किसान छात्रावास तथा कर्मचारी क्वार्टर निर्माण के प्रयासों पर जोर दिया।
केएलई सोसाइटी के अध्यक्ष, डॉ. प्रभाकर कोरे ने कृषि उत्पादन में गुणवत्तापूर्ण बीजों के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने नकली बीजों और उर्वरकों के मुद्दे पर प्रकाश डाला तथा सुझाव दिया कि केएलई केवीके ने बीज उत्पादन एवं जल दक्षता में सुधार के लिए कदम उठाए हैं। डॉ. कोरे ने कुशल जल उपयोग का प्रदर्शन करते हुए एक स्वचलित ड्रिप सिंचाई प्रणाली की स्थापना के बारे में बात की। उन्होंने किसानों से अपनी उत्पादकता तथा लाभप्रदता बढ़ाने के लिए केवीके द्वारा प्रदान की गई जानकारी, सेवाओं और इनपुट का उपयोग करने का आग्रह किया।
डॉ. पी.एल. पाटिल, कुलपति, यूएएस, धारवाड़ ने क्षेत्र में कृषक समुदाय की आय बढ़ाने में बागवानी, रेशम उत्पादन तथा वानिकी सहित कृषि को एकीकृत करने में केवीके की भूमिका पर प्रकाश डाला।
श्री बी.आर. पाटिल, अध्यक्ष, भाकृअनुप-केएलई केवीके, मैटिकोप्प, कार्यक्रम के दौरान भाकृअनुप-केएलई केवीके, मैटिकोप्प की वरिष्ठ वैज्ञानिक तथा प्रमुख, श्रीमती श्रीदेवी बी. अंगड़ी भी उपस्थित रहीं।
(स्रोत: भाकृअनुप-केएलई कृषि विज्ञान केन्द्र, मैटिकोप्प)
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