खरपतवार प्रबंधन पर एआईसीआरपी की 32वीं वार्षिक समीक्षा बैठक का उद्घाटन

खरपतवार प्रबंधन पर एआईसीआरपी की 32वीं वार्षिक समीक्षा बैठक का उद्घाटन

21 मई, 2025, जबलपुर

खरपतवार प्रबंधन पर अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना की 32वीं वार्षिक समीक्षा बैठक आज राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय, ग्वालियर में शुरू हुई।

मुख्य अतिथि, डॉ. एस. भास्कर, पूर्व सहायक महानिदेशक (कृषि विज्ञान, कृषि वानिकी और जलवायु परिवर्तन), भाकृअनुप ने एआईसीआरपी-डब्ल्यूएम के योगदान की सराहना की। उन्होंने वैज्ञानिकों से कार्बन पृथक्करण, कार्बन क्रेडिट सिस्टम और संरक्षण कृषि जैसे उभरते क्षेत्रों का पता लगाने का आग्रह किया।

डॉ. ए.के. शुक्ला, कुलपति, आरवीएसकेवीवी, ग्वालियर, ने आक्रामक तथा हानिकारक खरपतवारों के बढ़ते खतरे को संबोधित किया। उन्होंने कृषि मशीनीकरण में गहन समन्वित अनुसंधान एवं नवाचार का आग्रह किया, विशेष रूप से पुनर्योजी, जैविक और प्राकृतिक खेती के संदर्भ में। उन्होंने बुनियादी और रणनीतिक खरपतवार विज्ञान अनुसंधान दोनों पर अधिक ध्यान देने का भी आह्वान किया।

आरवीएसकेवीवी के अनुसंधान सेवाएं निदेशक, डॉ. एस.के. शर्मा ने टिकाऊ कृषि उत्पादकता प्राप्त करने में कुशल खरपतवार प्रबंधन के महत्व पर बल दिया।

इस अवसर पर 15 प्रकाशनों का विमोचन किया गया तथा केरल कृषि विश्वविद्यालय (केएयू), त्रिशूर केन्द्र को उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए 2024 का सर्वश्रेष्ठ केन्द्र पुरस्कार प्रदान किया गया।

(स्रोत: भाकृअनुप-खरपतवार अनुसंधान निदेशालय, जबलपुर)

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