15 अप्रैल, 2023, कानपुर
डॉ हिमांशु पाठक, सचिव (डेयर) एवं महानिदेशक (भाकृअनुप) ने आज भाकृअनुप-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान (अटारी), कानपुर का दौरा किया।
अपने दौरे के दौरान, उन्होंने संस्थान की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सुविधा का उद्घाटन किया। अपने संबोधन में उन्होंने केवीके प्रणाली के प्रदर्शन और दक्षता को आगे बढ़ाने के लिए अपनी चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा कि कृषि विस्तार का योगदान हमेशा भारत की राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में कृषि के महत्वपूर्ण हिस्से के बराबर रहेगा। डॉ. पाठक ने 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्रों के लीग में शामिल करने के लिए भारत के माननीय प्रधान मंत्री के आह्वान को साकार करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि कृषि एवं कृषि विस्तार को साथ-साथ चलना होगा साथ ही केवीके द्वारा सीमावर्ती विस्तार प्रणाली की सर्वोच्च प्राथमिकता भी होनी चाहिए।
इस अवसर पर राज्य के 20 केवीके द्वारा एक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया।
प्रदर्शनी का प्रमुख फोकस किसान उत्पादक संगठन (सीतापुर जिला) की सफलता, गेहूं और तिल (बुंदेलखंड जिला) में प्राकृतिक-खेती आधारित प्रदर्शनों के अनुभव, ड्रैगन फ्रूट की खेती और उनके लाभकारी विपणन (कौशांबी जिला) और रंगीन शिमला मिर्च, भिंडी, खरबूजे, और गोभी (बाराबंकी जिला) का विपणन, महिला किसान उद्यमी (बुलंदशहर) द्वारा बाजरा आधारित मूल्य वर्धित उत्पाद, ग्रामीण युवाओं द्वारा शहद आधारित सफल उद्यम (प्रतापगढ़) और बाजरा के अन्य मूल्य वर्धित उत्पाद (कानपुर देहात, हरदोई, कन्नौज और उन्नाव) पर था।
इस कार्यक्रम में विस्तार निदेशक, एएनडीयूएटी, अयोध्या; सीएसयूएटी, कानपुर, बीयूएटी, बांदा; एसबीवीपीयूएटी, मेरठ; निदेशक (अनुसंधान), सीएसएयूएटी, कानपुर; केवीके और संकायों के प्रमुखों और कानपुर विश्वविद्यालय के कृषि छात्रों, वैज्ञानिकों और अटारी, कानपुर के कर्मचारियों ने भाग लिया।
(स्रोतः भाकृअनुप-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान, कानपुर)
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