30 अगस्त, 2023, बेंगलुरु
भाकृअनुप-राष्ट्रीय पशु पोषण एवं शरीर क्रिया विज्ञान (एनआईएएनपी), बेंगलुरु में एक नवनिर्मित सभागार का उद्घाटन आज डॉ. हिमांशु पाठक, सचिव (डेयर) एवं महानिदेशक (भाकृअनुप) द्वारा किया गया।
महानिदेशक ने डोमेन क्षेत्र में क्षेत्रीय, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय संस्थानों के खिलाफ आत्म-मूल्यांकन करने और अंतरराष्ट्रीय उत्कृष्टता एवं विशेषज्ञता हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करने का आग्रह किया। उन्होंने परिषद द्वारा हाल ही में लिए गए नीतिगत निर्णयों जैसे कॉर्पस फंड और युवा वैज्ञानिकों के लिए फंडिंग पर भी प्रकाश डाला।
डॉ. जे.के. जेना, उप-महानिदेशक (मत्स्य पालन एवं पशु विज्ञान), भाकृअनुप भी इस अवसर पर उपस्थित थे। उन्होंने संस्थान के प्रौद्योगिकी, पेटेंट, प्रौद्योगिकियों के व्यावसायीकरण तथा अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के संदर्भ में संस्थान की उपलब्धियों की सराहना करते हुए वैज्ञानिकों से प्रभावी पत्रिकाओं में लेख प्रकाशित करने तथा उच्च प्रौद्योगिकियों को विकसित करने का आग्रह किया।
भाकृअनुप-एनआईएएनपी के निदेशक, डॉ. राघवेंद्र भट्ट ने पिछले 27 वर्षों के दौरान संस्थान की वर्तमान सुविधाओं और उपलब्धियों की जानकारी दी।
इस अवसर पर, दो रजत जयंती प्रकाशन अर्थात् 'भाकृअनुप-एनआईएएनपी अनुसंधान परियोजनाएं और प्रकाशन' तथा 'एनआईएएनपी प्रौद्योगिकियों के प्रभाव विश्लेषण' भी जारी किए गए।
गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में मेसर्स नंदी एग्रोवेट, बेंगलुरु को लघु रूमिनेंट खनिज मिश्रण का लाइसेंस देने के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। फर्म ने 2013 में 10 साल की अवधि के लिए वही लाइसेंस हासिल किया था, चूंकि उत्पाद की मांग लगातार बढ़ रही है, इसलिए पहली लाइसेंस की समाप्ति के बाद पुनः लाइसेंस का नवीनीकरण किया गया है।
(स्रोत: भाकृअनुप-राष्ट्रीय पशु पोषण एवं शरीर क्रिया विज्ञान, बेंगलुरु)
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