22 जनवरी, 2024, गुजरात
डॉ. हिमांशु पाठक, सचिव (डेयर) एवं महानिदेशक (भाकृअनुप) ने आज भाकृअनुप-भारतीय मृदा एवं जल संरक्षण संस्थान, अनुसंधान केन्द्र, वासद, गुजरात का दौरा किया।
डॉ. पाठक ने इंजीनियरिंग छात्रों से भविष्य में देश की राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान प्रणाली को मजबूत करने के लिए कड़ी मेहनत करने का आग्रह किया। डॉ. पाठक ने अपने समापन वक्तव्य में कहा कि एनएआरएस का योगदान 2047 तक विकसित भारत के अमृत काल में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका रहेगा।
डॉ. एम. दास, निदेशक, भाकृअनुप-औषधीय एवं सुगंधित पौधे अनुसंधान निदेशालय, आनंद, गुजरात, डॉ. जगदीश राणे, निदेशक, भाकृअनुप-केन्द्रीय शुष्क बागवानी संस्थान, बीकानेर, राजस्थान, डॉ. एम.जे. कलेधोनकर, प्रमुख, भाकृअनुप-आईआईएसडब्ल्यूसी आरसी, वासद भी यात्रा के दौरान उपस्थित थे।
केन्द्र के अनुसंधान अधिदेश, चल रही अनुसंधान गतिविधियों और किसानों के खेतों पर केन्द्र द्वारा सिद्ध प्रौद्योगिकियों पर भी विस्तृत चर्चा की गई।
(स्रोत: भाकृअनुप-भारतीय मृदा एवं जल संरक्षण संस्थान, अनुसंधान केन्द्र, वासद, गुजरात)
फेसबुक पर लाइक करें
यूट्यूब पर सदस्यता लें
X पर फॉलो करना X
इंस्टाग्राम पर लाइक करें