नाबार्ड ने एक्सपोज़र विजिट तथा प्रशिक्षण आयोजित करके प्रौद्योगिकी अपनाने के लिए क्षमता निर्माण (सीएटी) का किया समर्थन

नाबार्ड ने एक्सपोज़र विजिट तथा प्रशिक्षण आयोजित करके प्रौद्योगिकी अपनाने के लिए क्षमता निर्माण (सीएटी) का किया समर्थन

16-20 अक्टूबर, 2023, वाशिम

कृषि विज्ञान केन्द्र, वाशिम ने जलवायु भेद्यता के प्रभाव के कारण को जानने के लिए 16 से 20 अक्टूबर, 2023 तक वाशिम जिले के बकरी किसानों के लिए एक एक्सपोज़र विजिट और प्रशिक्षण का आयोजन किया। यह राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान प्रबंधन अकादमी, समर्थित कैट योजना के तहत नवीन परियोजनाओं तथा वाणिज्यिक बकरी पालन के बारे में उन्हें प्रोत्साहित करने एवं सूचित करने के लिए किया गया था।

श्री शंकर कोकडवार, डीडीएम, वाशिम ने प्रतिभागियों के साथ बातचीत की और बताया कि तकनीकी उन्नयन और नवाचार उद्यमियों तथा एफपीओ सदस्यों को टिकाऊ खेती के माध्यम से उच्च रिटर्न प्राप्त करने में मदद करते हैं और किसान अध्ययन दौरे को हरी झंडी दिखाई।

डॉ. एस.के. देशमुख, नोडल अधिकारी, एनटीआई-केवीके, वाशिम, दौरे के दौरान उपस्थित थे।

NABARD supported Capacity Building for Technology Adoption (CAT) by conducting an Exposure visit and Training

किसानों ने 17- 18 अक्टूबर, 2023 को सावित्रीबाई फुले बकरी फार्मिंग प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड सिन्नर का दौरा किया और बकरी के दूध उत्पादों के लिए साइलेज तैयारी, वर्मी-कम्पोस्टिंग, वैज्ञानिक बकरी पालन, मूल्य संवर्धन एवं बाजार संबंधों के बारे में सीखा। उन्होंने वित्तीय समावेशन, टीकाकरण एवं पशु बीमा पर एक सत्र में भी भाग लिया और महिला किसानों के लिए अलग खाते बना रखे। इसी प्रकार ग्राम पंचाले के मौली बकरी फार्म की व्यक्तिगत बकरी इकाई का क्षेत्र दौरा और एक ही इकाई में विभिन्न नस्लों और उनके अलग-अलग रखरखाव का लाइव प्रदर्शन दिखाया गया।

19 अक्टूबर, 2023 को एकीकृत कृषि प्रणाली दृष्टिकोण के महत्व को जागरूक करने के लिए, किसानों ने वाईसीओयू- कृषि विज्ञान केन्द्र, नासिक का दौरा किया। उन्होंने उच्च तकनीक वाली फल फसल नर्सरी, आधुनिक केवीके फार्म, जैव-एजेंट उत्पादन प्रयोगशालाओं, मधुमक्खी पालन प्रदर्शन इकाइयों और काले ऑस्ट्रेलॉर्प नस्ल की वाणिज्यिक पोल्ट्री इकाइयों और कृषि वानिकी वृक्षारोपण एवं इसकी व्यावसायिक व्यवहार्यता के बारे में व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त किया।

वाशिम जिले के कुल 25 किसानों, मुख्य रूप से केवीके द्वारा प्रचारित एफपीओ और इच्छुक बकरी पालकों ने एक्सपोज़र विजिट में भाग लिया।

(स्रोत: भाकृअनुप- कृषि विज्ञान केन्द्र, वाशिम)

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