24- 25 जुलाई, 2023, बीकानेर
भाकृअनुप-राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसन्धान केन्द्र (एनआरसीसी), बीकानेर द्वारा जन जातीय उपयोजना (टीएसपी) के तहत 24- 25 जुलाई, 2023 तक आबू रोड़ (सिरोही) के देलदर एवं पंडुरी गांवों में पशु स्वास्थ्य शिविरों एवं कृषक-वैज्ञानिक संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया।
निदेशक, डॉ. आर्तबन्धु साहू ने केन्द्र एवं वैश्विक अनुसंधानों का उल्लेख करते हुए कहा कि मादा उष्ट्र के दूध में विद्यमान औषधीय गुण तथा विभिन्न मानव रोगों, यथा- मधुमेह, क्षय रोग, ऑटिज्म आदि में इसकी लाभकारिता के कारण देशभर में इस दूध की मांग बढ़ रही है। डॉ. साहू ने आगे कहा की पशुपालक दूध की औषधीयता को आधार बनाते हुए इसका उचित लाभ कमा सकते हैं साथ ही उन्होंने केन्द्र सरकार की योजनाओं का भरपूर लाभ उठाने पर बल दिया।
वैज्ञानिकों में डॉ. शान्तनु रक्षित एवं डॉ. श्याम सुंदर चौधरी द्वारा पशुपालकों के लाभ के लिए केन्द्र तथा फील्ड स्तर पर टीएसपी के तहत विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रम एवं गतिविधियों से अवगत कराया गया।
इस अवसर पर वैज्ञानिकों द्वारा पशुओं से स्वच्छ दूध उत्पादन प्रदर्शन गतिविधि संचालित की गई तथा ऊँटों में तिबरसा (सर्रा) रोग के बचाव हेतु टीकाकरण किया गया। पशुओं की दूध उत्पादन को बढ़ाने हेतु केन्द्र द्वारा निर्मित ‘करभ’ पशु आहार व खनिज मिश्रण वितरित किया गया।
टीएसपी के तहत इन क्षेत्रों के 253 (पुरुष एवं महिला) पशुपालकों द्वारा लाए पशुओं का उपचार, दवा एवं पशु-आहार वितरण एवं उचित सलाह प्रदान की गई।
(स्रोतः भाकृअनुप-राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसंधान केन्द्र, बीकानेर)
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