भाकृअनुप-आईवीआरआई में सिंथेटिक पेप्टाइड जीव विज्ञान पर कौशल विकास कार्यक्रम ‘ज्ञानशाला’ का उद्घाटन

भाकृअनुप-आईवीआरआई में सिंथेटिक पेप्टाइड जीव विज्ञान पर कौशल विकास कार्यक्रम ‘ज्ञानशाला’ का उद्घाटन

21 सितंबर, 2023, इज्जतनगर

भाकृअनुप-भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, इज्जतनगर के पशु चिकित्सा जैव प्रौद्योगिकी विभाग की पेप्टाइड तथा पेप्टिडोमिमेटिक्स अनुसंधान प्रयोगशाला में सिंथेटिक पेप्टाइड जीव विज्ञान विषय पर दस दिवसीय (21- 30 सितम्बर, 2023) ज्ञानशाला कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम की आज शुरूआत हुई।

भाकृअनुप-आईवीआरआई में सिंथेटिक पेप्टाइड जीव विज्ञान पर कौशल विकास कार्यक्रम ‘ज्ञान शाला’ का उद्घाटन  भाकृअनुप-आईवीआरआई में सिंथेटिक पेप्टाइड जीव विज्ञान पर कौशल विकास कार्यक्रम ‘ज्ञान शाला’ का उद्घाटन

मुख्य अतिथि, डॉ. त्रिवेणी दत्त, निदेशक, आईवीआरआई ने कौशल विकास के लिए इस ज्ञानशाला पहल को शुरू करने के लिए शुभकामनाएं दिया। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि युवाऔं का कौशल विकास सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक रही है और इस उद्देश्य के लिए कौशल विकास मंत्रालय की स्थापना की है। डॉ. दत्त ने देश में कौशल विकास कार्यक्रम के तहत की जा रही विभिन्न गतिविधियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने सुझाव दिया कि जो प्रयोगशालाएं इस प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रदान कर रहा है उन्हें कौशल विकास केन्द्र के रूप में नामित किया जाना चाहिए। 

निदेशक ने दो सत्र (पहली, 21- 30 सितम्बर और दुसरी अक्टूबर, 2023 में प्रस्तावित) में आयोजित की जाने वाली ज्ञानशाला का पाठ्यक्रम सामग्री के फ्लायर भी जारी किए।

पाठ्यक्रम निदेशक के रूप में प्रधान वैज्ञानिक, डॉ. समीर श्रीवास्तव  ने प्रशिक्षण कार्यक्रम के लक्ष्य एवं उद्देश्य पर एक संक्षिप्त रिपोर्ट प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि यह कार्यशाला आईवीआरआई डीम्ड विश्वविद्यालय के परास्नातक तथा डॉक्टरेट के छात्रों के तकनीकी कौशल को निखारने के लिए किया गया है, जिसका उद्देश्य छात्रों को शोध कार्य में उपयोग की जाने वाली विभिन्न आधुनिक तकनीकी कौशल से अवगत कराया जाए। इसका पहला सत्र, सिंथेटिक पेप्टाइड जीव विज्ञान पर है, जो 21- 30 सितंबर, 2023 तक आयोजित की जा रही है और इसका नाम ‘ज्ञानशाला’ रखा गया है। छात्रों को उत्तीर्ण होने के लिए कम से कम 15 घंटो की उपस्थिती अनिवार्य है।

इस अवसर पर डॉ. के.पी. सिंह, संयुक्त निदेशक (कैडरड), डॉ. एस.के. मेदीरत्ता, संयुक्त निदेशक (शैक्षणिक), डॉ. एस.के. सिंह, संयुक्त निदेशक (शोध) उपस्थित थे।

इस ज्ञानशाला में 16 छात्र भाग ले रहे हैं।

(स्रोतः भाकृअनुप-भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, इज्जतनगर)

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