4 मार्च, 2016, नई दिल्ली
डॉ. त्रिलोचन महापात्र, सचिव, डेयर एवं महानिदेशक भाकृअनुप ने आज यहां पशु विज्ञान अनुसंधान तथा विकास में संचार व ज्ञान प्रबंधन पर आईएलआरआई – भाकृअनुप कार्यशाला का उद्घाटन किया। अपने उद्घाटन संबोधन में महानिदेशक महोदय ने अनुसंधान परिणामों की बेहतर पहुंच के लिए इस क्षेत्र में आईएलआरआई तथा भाकृअनुप के बीच संबंधों को पुन: मजबूत बनाने की जरूरत बताई। इन्होंने कहा कि आपेक्षिक रूप से कम निवेश के साथ भी हितधारकों को संगठित व प्रेरित करके पशुधन क्षेत्र में मूल्य श्रृंखला का विकास किया जा सकता है। डॉ. महापात्र ने कुछ ऐसे क्षेत्रों का भी सुझाव दिया जिनमें भाकृअनुप – आईएलआरआई का आपसी सहयोग बढ़ाया जा सकता है।
डॉ. जेम्स विल्सन स्मिथ, महानिदेशक, अंतर्राष्ट्रीय पशुधन अनुसंधान संस्थान एवं समारोह के मुख्य अतिथि ने अपने संबोधन में विश्व स्तर पर टिकाऊ खाद्य सुरक्षा में पशुधन क्षेत्र की महत्वपूर्ण और बढ़ रही भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने आशा जताई कि इस कार्यशाला में किए गए विचार विमर्श से समुचित संचार रणनीतियों के साथ पशुधन क्षेत्र में आपसी अनुभवों को कहीं अधिकता में बांटने में मदद मिलेगी।
डॉ. ए.के. सिंह, उपमहानिदेशक ( कृषि विस्तार), भाकृअनुप ने जमीनी स्तर पर पशुधन क्षेत्र से जुड़े प्रसार मुद्दों पर अपने अनुभवों को साझा किया।
डॉ. एच. रहमान, उपमहानिदेशक (पशु विज्ञान), भाकृअनुप ने विभिन्न क्षेत्रों में आईएलआरआई के साथ सहयोग के अनेक क्षेत्रों पर विस्तार से बताया।
डॉ. रामेश्वर सिंह, परियोजना निदेशक, भाकृअनुप – कृषि ज्ञान प्रबंधन निदेशालय, नई दिल्ली; डॉ. आलोक झा, दक्षिण एशिया के लिए आईएलआरआई के क्षेत्रीय प्रतिनिधि; श्री पीटर वैलैन्टाइन, अध्यक्ष, संचार एवं ज्ञान प्रबंधन, आईएलआरआई ने कार्यशाला के उद्देश्यों, विषय और कार्य योजना की रूपरेखा के बारे में बताया।
इस कार्यशाला में भाकृअनुप, इसके संस्थानों तथा आईएलआरआई के वरिष्ठ अधिकारियों, वैज्ञानिकों तथा संचार विशेषज्ञों ने भाग लिया।
(स्रोत : भाकृअनुप – कृषि ज्ञान प्रबंध निदेशालय, नई दिल्ली)
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