महाराष्ट्र और गुजरात के 31 केवीके के लिए बागवानी प्रौद्योगिकी में उन्नति पर क्षमता निर्माण कार्यक्रम का हुआ आयोजन

महाराष्ट्र और गुजरात के 31 केवीके के लिए बागवानी प्रौद्योगिकी में उन्नति पर क्षमता निर्माण कार्यक्रम का हुआ आयोजन

4-6 जुलाई, 2019, बेंगलुरु

Capacity Building Programme on Advances in Horticultural Technologies for 31 KVKs of Maharashtra and Gujarat organized

भाकृअनुप-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान, पुणे और भाकृअनुप-भारतीय बागवानी अनुसंधान संस्थान, बेंगलुरु ने संयुक्त रूप से 4 से 6 जुलाई, 2019 तक बेंगलुरु में ‘बागवानी प्रौद्योगिकी में उन्नति' पर तीन दिवसीय क्षमता निर्माण प्रशिक्षण का आयोजन किया।

प्रशिक्षण कार्यक्रम महाराष्ट्र और गुजरात के 31 कृषि विज्ञान केंद्रों के विषय विशेषज्ञ (बागवानी) के लिए आयोजित किया गया था। प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य उन्नत बागवानी उत्पादन प्रौद्योगिकियों का महाराष्ट्र और गुजरात के जिलों में प्रसार के लिए पर प्रतिभागियों को जागरूक बनाना था।

डॉ. एम. आर. दिनेश, निदेशक, भाकृअनुप-आईआईएचआर ने ​​बागवानी उत्पादन प्रौद्योगिकियों को अपनाने के संबंध में महाराष्ट्र और गुजरात को जीवंत राज्य का दर्जा दिया। डॉ. दिनेश ने राज्यों के केवीके से आग्रह किया कि वे भाकृअनुप-आईआईएचआर की उन्नत बागवानी उत्पादन तकनीकों को अपनाएँ।

डॉ. लाखन सिंह, निदेशक, भाकृअनुप-अटारी, पुणे ने केवीके विशेषज्ञों से आग्रह किया कि वे केवीके समूह में प्रौद्योगिकी मूल्यांकन और प्रदर्शन के लिए सबसे अधिक व्यावहारिक बागवानी तकनीकों को चुनें। डॉ. सिंह ने केवीके से उन प्रौद्योगिकियों की पहचान करने का भी आग्रह किया जो उनके जिलों में व्यवसायिक हो सकती हैं।

उनका मत था कि भाकृअनुप-आईआईएचआर महाराष्ट्र और गुजरात के लिए बागवानी प्रौद्योगिकियों की सूची तैयार करने के साथ-साथ उपयुक्त और नवीनतम तकनीकों को प्रदान करने में अपनी भूमिका निभाएँ।

(स्रोत: भाकृअनुप-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान, पुणे)

×