7 मई, 2023, कोलकाता
दार्जिलिंग और कलिम्पोंग क्षेत्र में सिट्रस के ह्रास हुए बागों के कायाकल्प के साथ-साथ एक नए उत्पादन केन्द्र/ डूआर्स में सिट्रस के क्षेत्र विस्तार की संभावनाओं के लिए, भाकृअनुप-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान (अटारी), कोलकाता तथा भाकृअनुप-केन्द्रीय सिट्रस अनुसंधान संस्थान (सीसीआरआई), नागपुर के बीच आज एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए।
डॉ. दिलीप घोष, निदेशक, भाकृअनुप-सीसीआरआई, नागपुर और डॉ. प्रदीप डे, निदेशक, भाकृअनुप-अटारी, कोलकाता ने अपने संबंधित संगठनों की ओर से समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
इस समझौता ज्ञापन के अनुसार, भाकृअनुप-अटारी, कोलकाता के नियंत्रण क्षेत्र में कार्यरत विभिन्न केवीके के विषय विशेषज्ञ इस क्षेत्रों में सहयोग के लिए तकनीकी विचार-विमर्श/ मंथन सत्र/ व्यावहारिक प्रशिक्षण सत्र में भाग लेंगे।
इस समझौता ज्ञापन का लक्ष्य गुणवत्तापूर्ण रोपण सामग्री की आपूर्ति के लिए क्षेत्र में एक आधुनिक सिट्रस नर्सरी की स्थापना करना क लक्ष्य है।
भाकृअनुप-सीसीआरआई, नागपुर तथा भाकृअनुप-अटारी, कोलकाता के बीच इस केन्द्रित साझेदारी से क्षेत्र के सिट्रस उत्पादकों को आने वाले समय में काफी लाभ मिलेगा।
(स्रोत: भाकृअनुप-कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान, कोलकाता)
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