20 दिसंबर, 2023, पुणे
भाकृअनुप-प्याज एवं लहसुन अनुसंधान निदेशालय (डीओजीआर), पुणे ने मराठा चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड एग्रीकल्चर तथा इंडियन सोसाइटी ऑफ एलियम, पुणे के सहयोग से एलियम में कृषि-व्यवसाय: नवाचार, संवर्धन एवं स्थिरता पर "राष्ट्रीय संगोष्ठी सह उद्योग बैठक (एनएसआईएम) 2023" के आयोजन (20-22 दिसम्बर) का आज उद्घाटन किया गया।
डॉ. हिमांशु पाठक, सचिव (डेयर) एवं महानिदेशक (भाकृअनुप) ने अपने वर्चुअल संबोधन में प्याज एवं लहसुन की फसलों से संबंधित मौजूदा समस्याओं के समाधान के लिए अनुसंधान एवं अनुसंधान के उपयोग के बीच अंतर को पाटने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए समस्याओं की पहचान करना तथा उनसे निपटने के लिए नए विचारों और नए उद्यमों के साथ आना जरूरी है।
डॉ. विजय महाजन, निदेशक, भाकृअनुप-डीओजीआर, पुणे ने स्वागत संबोधन दिया।
डॉ. इंद्र मणि वीसी, वीएनएमकेवी, परभणी ने किसानों की आय बढ़ाने के लिए स्टार्ट-अप को बढ़ावा देने के साथ मूल्यवर्धन एवं प्रसंस्करण पर जोर दिया।
डॉ. के.ई. लावंडे पूर्व. वीसी बीएसकेकेवी, दापोली तथा पूर्व निदेशक भाकृअनुप-डीओजीआर, पुणे ने कहा कि प्याज और लहसुन की संपूर्ण मूल्य श्रृंखला में प्रमुख मुद्दों पर विभिन्न हितधारकों के बीच विचार-विमर्श विभिन्न मुद्दों को संबोधित करेगा तथा अनुसंधान और नीति के भविष्य के मार्गों को एक दिशा देने के लिए सिफारिशें पेश करेगा।
डॉ. नूरा भूषण, सहायक महानिदेशक, आईपीटीएम, भाकृअनुप ने प्रौद्योगिकी व्यवसायीकरण को प्रोत्साहित करने के लिए सार्वजनिक-निजी भागीदारी के महत्व को बताया तथा इस प्रकार भाकृअनुप-डीओजीआर द्वारा विकसित विभिन्न प्रौद्योगिकियों को जोड़कर उद्यमिता एवं अर्थव्यवस्था का निर्माण करने की बात की।
औद्योगिक बैठक-सह-संगोष्ठी में उद्योग, विषय वस्तु विशेषज्ञों और संबंधित विषयों के वैज्ञानिकों के बीच बीज और कृषि आपूर्ति श्रृंखला, प्रसंस्करण एवं कटाई के बाद की तकनीक, मशीनीकरण तथा सेंसर-आधारित तकनीक, विपणन तथा मूल्य श्रृंखला जैसे विषयों के प्रबंधन, साथ ही कृषि में नए स्टार्टअप और उद्यमिता विकास पर बातचीत हुई। इस दौरान विभिन्न उद्यम से जुड़े प्रतिनिधियों ने अपने सामने आने वाली कठिनाइयों को शोधकर्ताओं के साथ साझा किया। विशेषज्ञों ने व्यवसायीकरण तथा उद्योग के मुद्दों सहित उनके पास उपलब्ध तकनीकी सहायता के साथ-साथ तकनीकी मार्गदर्शन भी प्रदान किया।
इस सभा में प्याज और लहसुन की फसल के क्षेत्र में उद्यमिता एवं उद्योग को बढ़ावा देने के लिए शोधकर्ताओं तथा विभिन्न उद्यमियों और हितधारकों को एक साथ लाया गया तथा इसमें 200 से अधिक प्रतिभागियों ने शिरकत की।
(स्रोत: भाकृअनुप-प्याज एवं लहसुन अनुसंधान निदेशालय, पुणे)
फेसबुक पर लाइक करें
यूट्यूब पर सदस्यता लें
X पर फॉलो करना X
इंस्टाग्राम पर लाइक करें